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राजनांदगांव

छग शिक्षक कांग्रेस ने शिक्षकों के कार्यभार ग्रहण के आंकड़े को बताया फर्जी

पदांकन सूची को निरस्त करने रखी मांग

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. छग शिक्षक कांग्रेस ने शिक्षकों के कार्यभार ग्रहण के आंकड़े को फर्जी बताते हुये पदांकन सूची को निरस्त करने की मांंग रखी है. ज्ञात हो कि प्राथमिक शाला प्रधान पाठक पदोन्नति का मामला बिना पदांकन सूची निरस्त किये बिना नहीं सुलझ सकता क्योंकि जिन लोगों ने ऊँची पहुँच एवं लेन-देन कर मनमाफिक स्थान लेकर कार्यभार ग्रहण कर लिया है उनके स्थान को खाली करने पर ही पात्र महिला एवं विकलांग शिक्षकों का उस स्थान पर पदांकन कर सूची को संशोधित किया जा सकता है.

पदोन्नति सूची से दूरस्थ स्थानों में पदस्थ किये गये महिला शिक्षक एवं दिव्यांग शिक्षकों ने सहायक शिक्षक फेडरेशन के उन पदाधिकारियों को चुनौती देते हुये मांग की है कि यदि वे पदांकन सूची रद्द नहीं कराना चाहते और संशोधन चाहते हैं तो पहले मनमाफिक स्थानों में पदांकित अपने साथियों से यह शपथ पत्र लिखकर लेवें कि वे अपने वर्तमान प्रधान पाठक के पद पर पदांकित शाला को प्रभावित महिला एवं दिव्यांग शिक्षक/शिक्षिकाओं के पक्ष में त्याग कर रहे हैं ताकि नियमानुसार उन्हीं स्थानों में उनकी पदस्थापना की जा सके.

यह सूची जिलाधीश एवं जिला शिक्षा अधिकारी को एक-दो दिवस के भीतर सौप देवें ताकि अधिकारियों को निर्णय लेने मे कोई दुविधा ना हो. राज् य शासन से मान्यता प्राप्त संगठन छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस के केसीजी जिला अध्यक्ष संजय राजपूत, राजनांदगांव जिला अध्यक्ष सुरेश जैन, जिला सचिव सुनील कुमार गुनी, जयप्रकाश साहू, ब्लॉक अध्यक्ष खैरागढ़ विभाष पाठक, छुईखदान ब्लॉक अध्यक्ष दुष्यंत शर्मा, सचिव अजय सिंह राजपूत, अजय साहू, अनिल पाल व ओमप्रकाश सोनी ने तथाकथित संगठनों द्वारा प्रस्तुत 359 पदोन्नत सहायक शिक्षकों में से 285 शिक्षकों के कार्यभार ग्रहण के आंकड़े को गलत और फर्जी बताया है क्योंकि जिलाधीश के स्टे के बाद 150-60 शिक्षक और 40-50 कुल 190 शिक्षकों ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया है अर्थात मात्र 170-80 ही शिक्षक कार्यभार किये होंगे वह भी गुपचुप तरीके से पेपर जॉइनिंग किये है.

इस तरह 50-60 प्रतिशत शिक्षक संशोधन का राह देख रहे है. प्रधान पाठक पीडि़त दिव्यांग एवं महिला शिक्षकों के समर्थन में छग शिक्षक कांग्रेस, सयुक्त शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ, शालेय शिक्षक संघ एवं विभिन्न समाजिक संगठनों ने मांग की है कि पदोन्नति सूची को यथावत रखते हुये पदांकन सूची को निरस्त कर पुन: संचालक लोक शिक्षण छग रायपुर के निर्देशानुसार पदांकन प्रक्रिया पुन: प्रारंभ की जा सके.

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