ग्राम पंचायत का तुगलकी फरमान, टैक्स पटाने दिवाली से पहले गरीबों के हिस्से का राशन रोका

कुंभकरणीय नींद में जिले का खाद्य विभाग
राशन देने के बदले जबरन वसूली का आरोप
साय सरकार में ये क्या टेकाडीही में दीपावली पर गरीबों से छीना अधिकार
बिना मुहर-बिना हस्ताक्षर की रसीद से हो रही ग्रामीणों से वसूली
खुलेआम सरपंच-सचिव की मनमानी
राशन वितरण को बनाया वसूली का जरिया

भूखे पेट त्योहार मनाने को मजबूर ग्रामीण, कलेक्ट्रेट पहुंचा ग्रामीणों का आक्रोश
सत्यमेव न्यूज़ के लिये मनोहर सेन। दीपावली जैसे बड़े त्यौहार से पहले खैरागढ़ के ग्राम पंचायत बजगुडा के आश्रित ग्राम टेकाडीही में प्रशासनिक व्यवस्थाओं की पोल खुल गई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पंचायत के सरपंच और सचिव द्वारा सरकारी राशन के बदले ‘घर टैक्स’ नामक शुल्क जबरन वसूला जा रहा है और जो परिवार टैक्स नहीं दे पा रहे उन्हें राशन सूची से बाहर कर दिया गया है। ग्रामीणों के अनुसार पंचायत प्रतिनिधि खुले तौर पर कह रहे हैं कि राशन तभी मिलेगा जब टैक्स जमा करोगे जो करना है कर लो। यही नहीं जिन परिवारों ने मजबूरी में उधार लेकर टैक्स की राशि जमा की उन्हें बिना हस्ताक्षर और बिना मुहर की कागज़ी रसीद थमा दी गई जिससे ग्रामीणों को शक है कि यह वसूली सरकारी आदेश के बजाय निजी लाभ के लिए की जा रही है।
शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे पीड़ित ग्रामीण
दीपावली से पहले जरूरी राशन से वंचित किए जाने की इस कार्रवाई के खिलाफ आक्रोशित ग्रामीण ट्रैक्टर में सवार होकर खैरागढ़ कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिला प्रशासन को लिखित शिकायत सौंपी। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कर सरपंच संजय वर्मा और सचिव नवा लाल पटेल पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में किसी गरीब परिवार को इस तरह के ‘राशन के बदले वसूली’ तंत्र का शिकार न होना पड़े। इस प्रकरण में जब सरपंच और सचिव से संपर्क साधा गया तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और मामले को टालते हुए चुप्पी साध ली।