गैर लोधी समाज से टिकट को लेकर कांग्रेस के विधानसभा दावेदारों ने की पत्रवार्ता
लोधी समाज को लेकर कांग्रेसियों में खुलकर सामने आया मतभेद
वार्ता के जरिये कांग्रेस आलाकमान तक बात पहुंचाने एकजुट हुये अन्य समाज के कांग्रेस नेता
कहा खैरागढ़ सामान्य सीट इसलिये सामान्य अथवा अन्य ओबीसी समाज से मिले प्रतिनिधित्व
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. विधानसभा चुनाव को लेकर खैरागढ़ में अब गरमाहट आने लगी है, कई मुद्दों को लेकर पहले अंदरखाने विरोध प्रतिरोध के स्वर सुनाई देते रहे हैं लेकिन रविवार को अचानक कांग्रेस के वे नेता छुईखदान में जुटे जो 2023 विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी से टिकट की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस के विधानसभा दावेदारों की छुईखदान जनपद पंचायत सभागार में एक बैठक आहूत हुई जहां पत्रवार्ता आयोजित कर विधानसभा के कांग्रेसी दावेदारों (गैर लोधी) ने सीधा संदेश दिया कि कांग्रेस आलाकमान इस बार लोधी समाज से इतर प्रत्याशी की खोज करे. तर्क भी दिया गया कि खैरागढ़ सामान्य सीट है और सामान्य वर्ग से भी पार्टी को प्रतिनिधित्व देना चाहिये. अगर जातिगत आधार पर ही टिकट बाटनी है तो एक वर्ग विशेष से ही टिकट न देकर किसी अन्य वर्ग से भी प्रतिनिधित्व मिलना चाहिये क्योंकि खैरागढ़ में अन्य पिछड़ा वर्ग से कई जातियां आती है. अचानक हुई प्रेस कान्फ्रेंस व सीधे तौर पर लोधी समाज को लेकर सामने आये मतभेद से अब यहां राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है. बता दे कि वर्तमान में खैरागढ़ से कांग्रेस की विधायक है और प्रदेश में भी कांग्रेस की ही सरकार है लेकिन पार्टी में कई गुट होने के कारण एक कुशल नेतृत्व का अभाव लगातार बना हुआ है और इसी के चलते ही 2-4-6 नहीं कुल 48 कांग्रेसी नेताओं ने विधानसभा में प्रत्याशी बनने कांग्रेस की ओर से अपनी दावेदारी ठोकी है जो यह बताने के लिये काफी है कि अंदरखाने कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है और अब इस बात को लेकर एक नया कलह सामने आ रहा है कि किसी एक वर्ग विशेष (लोधी समाज) से ही प्रत्याशी न चुना जाये.
भाजपा ने 20 साल बाद सामान्य चेहरे पर लगाया है दांव
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर गौर करने वाली बात यह भी है कि भाजपा ने लगभग 20 साल बाद खैरागढ़ के सामान्य सीट से किसी सामान्य वर्ग के प्रत्याशी को टिकट दी है. भाजपा ने एक नये समीकरण के तहत सामान्य वर्ग से जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह पर दांव लगाया है और खैरागढ़ भाजपा में लोधीवाद की वह हवा काफूर हो गई है जिसे 20 साल पहले भाजपा के ही दिग्गज रणनीतिकारों ने पैदा किया था. अब इस हवा का असर कांग्रेस के तरफ भी देखने को मिल रहा है और प्रेस कान्फ्रेंस के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लाल टारकेश्वर शाह खुसरो, भुनेश्वर साहू, विनोद ताम्रकार, सुरेन्द्र जायसवाल, ब्लॉक कांग्रेस गंडई अध्यक्ष रमेश साहू, विधायक प्रतिनिधि कपिनाथ महोबिया, रोहित पुलत्स्य, राधा मोहन दास वैष्णव, सुरेन्द्र सोलंकी सहित मुस्लिम नेता अय्यूब कुरैशी ने इस बात पर विरोध दर्ज कराया है कि एक वर्ग विशेष को ही प्रतिनिधित्व नहीं मिलना चाहिये.
जानिये दावेदारों ने वार्ता में क्या कहा
पत्रवार्ता में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गंडई अंचल में अपनी धाक रखने वाले लाल टारकेश्वर शाह खुसरो ने कहा कि खैरागढ़ सामान्य सीट है और कांग्रेस पार्टी को इस विषय में विचार करना चाहिये कि एक वर्ग विशेष पर ही दांव न खेलकर अन्य समुदाय को प्रतिनिधित्व मिले. विधायक प्रतिनिधि कपिनाथ महोबिया का कहना है कि सभी ने एक राय होकर खैरागढ़ की सामान्य सीट से किसी समाज के आधार पर टिकट न दी जाये और पार्टी के अन्य वर्ग के प्रतिनिधियों को मौका मिलना चाहिये इस भावना के साथ अपनी बात रखी है. उम्मीद है कि भूपेश बघेल जी और कांग्रेस संगठन हमारी मांग को समझेंगे. राधा मोहन दास का कहना है कि कांग्रेस पार्टी जातिगत राजनीति नहीं करती, ऐसे में उम्मीद बढ़ती है कि इस बार ऐसे व्यक्ति को मौका मिले जो सभी वर्गों का ध्यान रखे चाहे वह किसी भी समाज का क्यों न हो. वार्ता में अन्य दावेदारों ने भी अपनी बात रखी.