गिरौधपुरी मामले में सतनामी समाज ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सौपा ज्ञापन
गुस्साए लोगों ने की सीबीआई जांच की मांग
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. सतनामी समाज ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर गिरौधपुरी मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। ज्ञापन सौंपने पहुंचे सामाजिकजनों ने कहा कि मानव समाज को एकता के सूत्र में पिरोने वाले विश्व वंदनीय प्रातः स्मरणीय महान संत शिरोमणि गुरु बाबा घासीदास जी के तपोभूमि गिरौदपुरी धाम के अमर गुफा में गड़ाये हुये श्वेत ध्वजा व जैतखाम को अज्ञात असामाजिक तत्वों के द्वारा काट कर फेंक दिया गया है, इसी के विरोध में सतनामी समाज ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर सीबीआई जांच की मांग की है। गौरतलब है कि उक्त मामले को लेकर बिहार के तीन लोगों को जो नलजल योजना के तहत हो रहे निर्माण कार्य में कार्यरत थे जिनको आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया गया है किंतु समाज इस कार्यवाही से संतुष्ट नहीं है और अब पूरे मामले के पटाक्षेप के लिए सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। बहरहाल पूरे मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के सतनामी समाज के प्रतिनिधियों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर कहा है कि सामाजिक, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले तथा मनखे-मनखे एक समान का संदेश देने वाले महान संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी के तपोभूमि गिरौदपुरी धाम के अमर गुफा में जिस तरह सद्भावना तथा मानवता की प्रतीक चिन्ह श्वेत ध्वजा और जैतखाम को काटकर जो हमारे शिष्ट समाज को ललकारा है यह अनुचित है। हमारा समाज आज भी उग्र होकर अपना दुश्मनों का खुले आम न्याय कर सकता है किन्तु समाज अभी सादगी और भाईचारे तथा शिक्षा की ओर अग्रसर होकर अपने समाज और परिवार को बाबा गुरु घासीदास जी के विचारों की ओर अग्रसर कर रहे हैं। समाज संविधान के मुताबिक किसी भी प्रकार की उग्रता को त्याग कर और समय रहते सतनामी समाज ही नहीं वरन् सम्पूर्ण मानव समाज को एक सूत्र में पिरोने का कम करने तथा संविधान के मानने वाले लोग हैं और न्याय पालिका का सम्मान करते है। समाज के लोगों ने कहा है कि आशा और उम्मीद है कि शासन-प्रशासन सीबीआई जांच की उनकी मांग को अविलम्ब स्वीकार करें और वास्तविक दोषीयों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करें। इस दौरान जिला सतनामी समाज के वरिष्ठ खुमान देशलहरे, जेठू मारकंडे, संदीप सिरमौर, केवल दास, रोशन चतुर्वेदी, दाऊलाल, बीरेंद्र बंजारे, कली राम बंजारे, पप्पू पात्रे, हेमेश जांगड़े, उमेश कोठले आदि उपस्थित थे।