खैरागढ़ विश्वविद्यालय में आयोजित स्वर सेतु संध्या में शास्त्रीय संगीत की बही सरिता

कलाकारों की प्रस्तुतियों ने सबका मन मोहा
सत्यमेव न्यूज के लिए आकाश तिवारी खैरागढ़। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ एवं आईटीसी संगीत रिसर्च एकेडमी कोलकाता के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित स्वर सेतु सांगीतिक संध्या में वायलिन वादन और गायन की प्रस्तुतियों ने श्रोताओं का मन मोह लिया।
पुष्कर के वायलिन, राग शुद्ध कल्याण और देश ने बांधा समां
पहली प्रस्तुति में वायलिन वादक पुष्कर भागवत ने तबला संगतकार अशोक मुखर्जी के साथ राग शुद्ध कल्याण और देश की मधुर प्रस्तुति दी। उनकी उंगलियों से झरती धुनों ने सभागार को मंत्रमुग्ध कर दिया।

देवर्षि के गायन ने राग पूरिया से राग सोहिनी तक किया सफ़र
आईटीसी संगीत अनुसंधान अकादमी कोलकाता के शास्त्रीय गायक देवर्षि भट्टाचार्जी ने राग पूरिया में विलंबित, मध्य और द्रुत लय की अद्भुत प्रस्तुति दी। समापन राग सोहिनी से हुआ। उनके साथ तबले पर अशोक मुखर्जी और हारमोनियम पर ज्योतिर्मोय बनर्जी ने संगति की। प्रस्तुति ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं।
राष्ट्रीय खेल दिवस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को मिला सम्मान
संगीत संध्या से पूर्व फिट इंडिया अभियान के तहत आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय खेल दिवस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
आयोजन समिति का रहा सराहनीय योगदान
कार्यक्रम की मंच सज्जा, स्वागत एवं आयोजन व्यवस्था में डॉ. हरिओम हरि, रोहिणी साहू, विशाली कुमारी, विवेक नवरे, डॉ.दिवाकर कश्यप, डॉ.शिवनारायण मोरे सहित अनेक प्राध्यापक सहयोगियों की सक्रिय भूमिका रही। मंच संचालन सुप्रीति मलिक और वर्षिता शुक्ला ने किया। समापन पर संयोजक डॉ.लिकेश्वर वर्मा ने कुलपति प्रो.लवली शर्मा, कुलसचिव डॉ.सौमित्र तिवारी, मार्गदर्शक प्रो.नमन दत्त सहित सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया।