खैरागढ़ में भारी बारिश भी न रोक सकी विजयादशमी का उमंग

शाही सवारी और शोभायात्रा के साथ निकली खैरागढ़ में भव्य दशहरा रैली
दहन देखने रावण भाटा और फतेह मैदान में उमड़ा जनसैलाब

आसपास के गांवों और दूर-दराज़ से पहुंचे हजारों श्रद्धालु
सत्यमेव न्यूज के लिए आकाश तिवारी खैरागढ़। बुराई पर अच्छाई की विजय का पर्व विजयादशमी इस वर्ष भी खैरागढ़ में पूरे परंपरागत उत्साह और भव्यता के साथ मनाया गया। राजशाही परंपरा के अनुसार राजा आर्यव्रत सिंह की शाही सवारी जहां ऐतिहासिक फतेह मैदान के लिए निकली वहीं नगर दशहरा उत्सव समिति द्वारा इतवारी बाजार स्थित रावण भाटा मैदान में विशाल रावण दहन किया गया। दोनों ही ऐतिहासिक आयोजनों को देखने हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। आसपास के गांवों के साथ ही दूर-दराज़ से लोग संगीत नगरी खैरागढ़ पहुंचे।

मेले में छाया रहा देर रात तक आकर्षण
दशहरे पर नगर में लगे मेले में खिलौनों, कपड़ों, खानपान की दुकानों और पारंपरिक झूलों ने विशेष आकर्षण खींचा।
शाम को करीब एक घंटे तेज बारिश से आयोजन प्रभावित हुआ लेकिन जैसे ही बारिश थमी, लोगों का उत्साह दुगुना हो गया। फतेह मैदान और रावण भाटा दोनों ही स्थलों पर जय श्रीराम के उद्घोष गूंज उठे।

रश्मि देवी नगर से निकली शाही सवारी
परंपरा अनुसार राजपरिवार की शाही सवारी कानूनी अड़चन के कारण बंद पड़े कमल विलास पैलेस के देवघरा में पूजन के बाद रश्मि देवी नगर से निकली। आर्यव्रत सिंह ने शाही सवारी में सिविल लाईन के प्रसिद्ध मां अंबे दुर्गा पंडाल और क्षेत्र की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना कर नगर भ्रमण किया। इसके बाद फतेह मैदान में राजशाही परंपरा के अनुसार रावण दहन किया गया। इस अवसर पर समाजसेवी लाल राजेंद्र सिंह, कपिनाथ महोबिया, राजेश मिश्रा, जितेंद्र सिंह गौर, नित्य शरण सिंह, सूरज महिलांगे, विश्वजीत सिंह, किसन रजक, पुरुषोत्तम वर्मा, मनोज बैद समेत बड़ी संख्या में नगरवासी मौजूद रहे।
बांके बिहारी मंदिर से निकली नगर समिति की भव्य शोभायात्रा
नगर पालिका परिषद एवं नगर दशहरा उत्सव समिति के संयोजन में बांके बिहारी मंदिर से पूजा-अर्चना के बाद मां दुर्गा, भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान की प्रतिमाओं के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई। समिति के संरक्षक विक्रांत सिंह और नगर पालिका अध्यक्ष गिरजा नंद चंद्राकर ने यात्रा का नेतृत्व किया। यह शोभायात्रा अस्पताल चौक, मां दंतेश्वरी मंदिर, मस्जिद चौक, गोलबाजार और बख्शी मार्ग से होती हुई रावण भाटा मैदान पहुंची जहां आकर्षक और भव्य आतिशबाजी के बीच रावण के 51 फीट ऊंचे पुतले का दहन किया गया। यात्रा के दौरान श्रद्धालु डीजे और धूमाल की धुन पर थिरकते रहे और “जय श्रीराम” के उद्घोष से पूरा नगर गूंज उठा। बारिश में भीगे रावण के पुतले को आग लगाने में थोड़ी मशक्कत हुई लेकिन मिट्टी तेल और अन्य संसाधनों से पुतला दहन किया गया। जैसे ही रावण धधका, मैदान आतिशबाजी और जयघोषों से झूम उठा।
सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम, चप्पे चप्पे पर रही पुलिस
कार्यक्रम के दौरान जिला पुलिस ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए। पुलिस अधीक्षक लक्ष्य शर्मा स्वयं मौके पर मौजूद रहे। नगर दशहरा उत्सव समिति ने भी समुचित प्रबंधन किया। इस अवसर पर समिति संरक्षक विक्रांत सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष गिरजा नंद चंद्राकर, विकेश गुप्ता, चंद्रशेखर यादव, सर्वेश सिंह, भाजपा के जिला अध्यक्ष बिसेशर साहू, समाजसेवी घम्मन साहू, जिला पंचायत सभापति दिनेश वर्मा, जनपद उपाध्यक्ष लखन साहू, पार्षद एवं सभापति रूपेंद्र रजक, रेखा गुप्ता, अजय जैन, विनय, सुमित टांडिया, पुष्पा सिंदूर, देविन कोठले, मोनिका रजक, राजेश देवांगन, दिलीप राजपूत, शैलेंद्र वर्मा, भाजपा उपाध्यक्ष नीलिमा महेश गोस्वामी, महामंत्री शशांक ताम्रकार, युवा मोर्चा अध्यक्ष आयश सिंह, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष गोरेलाल वर्मा, कमलेश कोठले, संजय शर्मा, सीएमओ कमल ठाकुर, नगर पालिका के अधिकारी कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं नागरिकगण मौजूद रहे।