खैरागढ़ के शाही दशहरा उत्सव में तैयारियों पर विवाद

विभा सिंह ने कमल विलास पैलेस में आयोजन का किया विरोध
खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ में दशहरा उत्सव इस बार विवाद की आहट के साथ शुरू होने जा रहा है। नगर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान शाही दशहरा पर्व परंपरागत रूप से राजपरिवार की ओर से आयोजित किया जाता है लेकिन इस वर्ष आयोजन समिति द्वारा जारी आमंत्रण पत्र में कमल विलास पैलेस से आरती संपन्न होने का उल्लेख किए जाने पर नया विवाद खड़ा हो गया है। स्व.राजा देवव्रत सिंह की पत्नी विभा देवव्रत सिंह ने पैलेस में प्रस्तावित कार्यक्रम का कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने खैरागढ़ थाना प्रभारी को लिखित शिकायत सौंपते हुए कहा कि सरदार हरजीत सिंह और नित्य शरण सिंह सहित कुछ लोग लोगों को गुमराह कर कमल विलास पैलेस में प्रवेश कराने का प्रयास कर रहे हैं। उनके अनुसार यह कदम न केवल राजमहल परिवार की परंपरा को ठेस पहुंचाता है बल्कि कानून-व्यवस्था की स्थिति को भी अस्थिर कर सकता है। विभा सिंह ने वर्ष 2021 की घटना का उल्लेख करते हुए याद दिलाया कि उस समय दशहरे के दौरान पैलेस परिसर में झगड़े और अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो गई थी जिसके चलते लंबे समय तक क्षेत्र में तनाव व्याप्त रहा था। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्ष 2021-22 से कमल विलास पैलेस अदालत के आदेश से सील है। ऐसे में वहां किसी भी प्रकार का धार्मिक या सार्वजनिक आयोजन न्यायालय के आदेश का उल्लंघन होगा और प्रशासन के लिए गंभीर चुनौती खड़ी कर सकता है। अपनी शिकायत में विभा सिंह ने पुलिस-प्रशासन से मांग की है कि दशहरे से पूर्व ही इस विषय पर ठोस कदम उठाए जाएं ताकि नगर में किसी प्रकार की अराजकता और टकराव की स्थिति न बने। उन्होंने कहा कि विजयादशमी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु और नगरवासी जुटते हैं। ऐसे में यदि विवादित स्थल पर आयोजन हुआ तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है।
पारिवारिक विवाद के कारण शाही दशहरा उत्सव में पड़ सकती है खटास
खैरागढ़ का शाही दशहरा सदियों पुरानी परंपरा और खैरागढ़ नगर की पहचान से जुड़ा हुआ है हालांकि इस बार शुरू हुई यह खींचतान आयोजन की गरिमा पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर रही है और पूरा आयोजन खटास में जाता दिखाई दे रहा है। अब देखना होगा कि प्रशासन समय रहते क्या कदम उठाता है और परंपरा तथा कानून-व्यवस्था के बीच संतुलन कैसे साधा जाता है।