Advertisement
छत्तीसगढ़

कांग्रेस का मुकाबला निर्दलीयों से

न.पं.उपाध्यक्ष चुनाव आज

बहुमत के लिए कांग्रेस लगा रही जोर

संजुव गुप्ता

सत्यमेव न्यूज/ छुरिया. राजनीति कब करवट बदल दे इसको कोई नहीं जानता, इसका ताजा उदाहरण नगर पंचायत छुरिया में देखने को मिल रहा है. बरसों तक यहां की सत्ता पर मुख्य मुकाबला भाजपा एवं कांग्रेस के मध्य होता रहा है. लेकिन इस बार का नगर पंचायत उपाध्यक्ष चुनाव कांग्रेस बनाम निर्दलीयों के बीच सीधा मुकाबला है. दिलचस्प बात यह है कि जहां कांग्रेस के पास कांग्रेस अध्यक्ष सहित सात पार्षद हैं, वहीं निर्दलीयों के समर्थन में सात पार्षद एकजुट है. इसके विपरीत एक पार्षद आप पार्टी में चले जाने से नगर पंचायत उपाध्यक्ष का रास्ता साफ नहीं हो पाया है. फिलहाल कांग्रेस निर्दलीयों को साधने में लगी है. परंतु कांग्रेस पार्टी से उपाध्यक्ष चुनाव में कौन पार्षद उम्मीदवार होगा इस नाम का खुलासा नहीं हो पाया है, इससे असमंजस की स्थिति है. बताया जा रहा है कि श्रीमती सिन्हा गुट से पार्षद सुनील लारोकर का नाम एवं विधायक गुट से डॉ.राधेश्याम ठाकुर प्रमुख उपाध्यक्ष के दावेदारों ने जिले के कांग्रेस नेताओं के समक्ष अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है. इन दो नामों में से किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पायी है. हालांकि बंद कमरे पर राजनांदगांव जिला प्रभारी अरूण सिसोदिया, कांग्रेस जिला अध्यक्ष पदम कोठारी ने कांग्रेस अध्यक्ष सहित सात पार्षदों की अलग-अलग राय मशविरा लिया है. लेकिन जिले के बड़े कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट नहीं कर पाए हैं कि इन दोनों दावेदारों में से कौन उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ेगा.

दो महीने पहले छुरिया न.पं. की बदली परिस्थिति

विगत दो माह पूर्व पार्टी गतिविधियों से अलग हटकर कार्य करने से नाराज भाजपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने भाजपा समर्थित नगर पंचायत उपाध्यक्ष सहित आठ भाजपा पार्षदों को पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया था. उसके बाद भाजपा पार्षदों में आपसी खींचतान उठापटक के चलते कांग्रेस नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी सिन्हा ने भाजपा से निलंबित छह पार्षदों को अपने पाले में लेकर नगर पंचायत उपाध्यक्ष सलमान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था. इस अविश्वास प्रस्ताव में नगर पंचायत उपाध्यक्ष के खिलाफ एकतरफा मत मिलने से उन्हें उपाध्यक्ष की कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था. इससे छुरिया नगर पंचायत की परस्थिति बदल गई है. अब एक बार फिर से यहां उपाध्यक्ष का चुनाव आज शुक्रवार को होना है.

क्रॉस वोटिंग पर सबकी नजर

नगर पंचायत गठन के बाद से पिछले दो चुनावों में हर बार क्रॉस वोटिंग का पलड़ा भारी रहा है. सर्वप्रथम नगर पंचायत चुनाव में कांग्रेस के नगर पंचायत अध्यक्ष एवं पांच पार्षद सहित छह चुनाव जीते थे. उपाध्यक्ष चुनाव में कांग्रेस ने नसीम बानों को अपना उम्मीदवार घोषित किया था लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी की तरफ से क्रॉस वोटिंग हुआ था. वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष चुनाव में कांग्रेस की श्रीमती राजकुमारी सिन्हा को एक मत क्रॉस वोटिंग से मिला और वे अध्यक्ष निर्वाचित हुई. वहीं अविश्वास प्रस्ताव में उपाध्यक्ष चुनाव में सलमान खान को उनके अलावा एक मत क्रॉस वोटिंग से मिला. इस बार उपाध्यक्ष चुनाव में कांग्रेस या निर्दलीयों में से किसके द्वारा क्रॉस वोटिंग होगा जिस पर सभी की नजरें लगी हुई है.

निर्दलीयों ने कहा हम लडेंगे उपाध्यक्ष चुनाव

भाजपा से निष्कासित सात निर्दलीय पार्षदों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमसे छल कर हमारा विश्वास तोड़ दिया गया है. इसलिए हम सात पार्षद एकजुट हैं, और उपाध्यक्ष चुनाव में उनकी तरफ से भूषण नेताम उपाध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करेंगे. परिणाम चाहे कुछ भी हो हमने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है.

आप पार्टी का बहुमत किसे

भाजपा से निलंबित होते ही पूर्व नगर पंचायत उपाध्यक्ष सलमान खान ने भाजपा से नाता तोडक़र आप पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है. जिसके बाद अब नगर पंचायत उपाध्यक्ष चुनाव में कांग्रेस एवं निर्दलीयों से सात-सात पार्षद हैं, ऐसे में आप पार्टी का बहुमत ही नगर पंचायत उपाध्यक्ष का फैसला तय करेगा. फिलहाल इस मामले में आप पार्टी के पार्षद ने चुप्पी साध ली है जिससे कांग्रेस एवं निर्दलीयों की धडक़नें बढ़ गई है.

Advertisement

Satyamev News

आम लोगों की खास आवाज

Related Articles

Back to top button

You cannot copy content of this page