आत्मनिर्भर खैरागढ़ स्वच्छता अभियान के बाद धरमपुरा नदी घाट में लौटा पारिस्थितिकी तंत्र

पालिका टीम, स्वच्छता दीदी, कमांडो और सेवाभावियों के प्रयास की हो रही प्रशंसा

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. आत्मनिर्भर खैरागढ़ अभियान के अंतर्गत नगर पालिका परिषद में कार्यरत स्वच्छता दीदी, कमांडो व प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारियों की टीम व सेवाभावियों के अथक प्रयास से धरमपुरा नदी घाट पर वर्षों बाद पारिस्थितिकी तंत्र फिर जीवंत हो उठा है। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विगत 5 जून से चल रहे नदी घाट की सफाई के बाद अब यहां सफेद और काले बगुले (कोकड़ा, पनडुब्बी चिरई), गिद्ध, चील जैसे विलुप्त हो रही प्रजाति के पक्षी लौट आए हैं। ये पक्षी नदी में मछलियों व सरीसृपों का शिकार कर पारिस्थितिक तंत्र के प्राकृतिक एवं सुंदर संतुलन को बनाए रख रहे हैं।

पहले जो पक्षी इस क्षेत्र से पलायन कर चुके थे वे भी पुनः लौट आए हैं। नगर पालिका की पूरी टीम और सेवाभावियों द्वारा लगातार चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान का ही परिणाम है कि धरमपुरा घाट की प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता बहाल यहाँ हुई है। इस पहल से न केवल पर्यावरण को नया जीवन मिला है बल्कि स्थानीय लोगों में भी स्वच्छता को लेकर जागरूकता बढ़ी है।