अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे पंचायत सचिवों ने शासन के आदेश की प्रतियां जलाकर किया विरोध प्रदर्शन

भाजपा सरकार पर वादा खिलाफ़ी का लग रहा आरोप
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. शासकीयकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे पंचायत सचिवों ने पंचायत संचालनालय के संचालक के आदेश की प्रति जलाते अपनी मांगों का समर्थन करते आदेश को नहीं मानने का ऐलान कर दिया। शासकीयकरण किए जाने के प्रदेश सरकार के घोषणापत्र में शामिल मांग के इस साल के बजट में शामिल नहीं होने से पंचायत सचिव पंचायतों का कामकाज ठप्प कर 17 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। पंचायत संचालनालय की ओर से ने एक दिन पहले ही सभी जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को पत्र लिखकर पंचायत सचिवों को अनिश्चितकालीन हड़ताल से 24 घंटे में वापस लौटने के निर्देश दिए जाने के निर्देश दिए हैं। पत्र पंचायत सचिवों के पास पहुँचते ही शनिवार को स्थानीय अंबेडकर चौक पर हड़ताल पर डटे पंचायत सचिव संघ ने उक्त आदेश की प्रति जलाते इसका पुरजोर विरोध किया और शासकीय करण की मांग पूरी होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहने की बात कही। संघ के ब्लाक अध्यक्ष जोगेश्वर धनगर ने कहा कि सरकार अपने वादे से मुकर कर पंचायत सचिवों के शासकीयकरण की मांग को भूल गई है। सरकार को खुद की घोषणा याद दिलाने अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। ऐसे में सचिवों के खिलाफ कार्यवाही का फरमान जारी करना सरकार की तानाशाही रवैए को दर्शाता है। संघ के अध्यक्ष ने कहा कि किसी भी सूरत में सरकार के दमनात्मक रवैये का सचिवों पर कोई असर नहीं पड़ेगा और अपनी उचित मांग को लेकर सड़क की की लड़ाई जारी रहेगी।