सहायक संचालक डाॅ.रश्मि खरे को सेवानिवृत्ति उपरांत दी गई विदाई

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. केसीजी जिला शिक्षा विभाग में पदस्थ सहायक संचालक डाॅ.रश्मि खरे को सेवानिवृत्ति उपरांत विदाई दी गई।

जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आयोजित गरिमामय समारोह में उपस्थितजनों ने उन्हें भावभीनी विदाई देते हुये उनके सफल व बेदाग कार्यकाल की प्रशंसा की। इस दौरान डाॅ.रश्मि खरे ने कहा कि सेवानिवृत्ति को लेकर मैं बहुत भावुक हूं। खुशी भी है कि जीवन के एक नये संस्करण की शुरूआत की गई और दुख भी है कि अपने प्रशासनिक कार्यों से आज मैं मुक्त हो रही हूं। उन्होंने अपने 44 वर्ष की लंबी सेवा अवधि का स्मरण करते हुये बारसूर-जगदलपुर से लेकर छुईखदान, राजनांदगांव व खैरागढ़ तक अपने शिक्षकीय एवं शिक्षा विभाग में प्रशासनिक कार्यकाल का अनुभव साझा किया तथा सहयोगियों को स्मरण करते हुये सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षकीय जीवन में उन्हें जो अनुशासन मिला वह हमेशा यादगार रहेगा। मैं कभी प्रेयर में लेट नहीं हुई और हमेशा कोशिश की सबके प्रति आदर व सम्मान का भाव रख अपने दायित्वों की पूर्ति करूं जिसमें मैं सफल हुई। जिला शिक्षा अधिकारी लालजी द्विवेदी ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि 44 वर्ष तक बिना किसी विवाद व पूरी सादगी के साथ कार्यों का निर्वहन करना बिरले व्यक्तित्व का ही काम है। डाॅ.रश्मि खरे विदुषी व्यक्तित्व की धनी अधिकारी रही हैं जो प्रशासनिक कार्य में दक्ष होने के साथ सबके साथ मन से जुड़कर अपना कार्य करती रही। कार्यक्रम में उपस्थित शांतिदूत संस्था के संयोजक अनुराग शांति तुरे ने कहा कि डाॅ.रश्मि खरे के कार्यों को बहुत नजदीक से देखकर हमेशा यह महसूस हुआ कि उनका समूचा व्यक्तित्व जस नाम तस गुण की तरह है। जिस तरह सुबह सूर्य की पहली किरण रश्मि बनकर लोक जगत को आलोकित करती है वैसे ही डाॅ.रश्मि खरे ने शिक्षा विभाग में अपने कार्यों से सबको भरपूर उजाला दिया है। खैरागढ़ बीईओ सुश्री नीलम राजपूत ने डाॅ.खरे के शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्यों की प्रशंसा करते हुये उन्हें आगामी भविष्य की शुभकामनाएं दी। छुईखदान बीईओ रमेन्द्र डड़सेना ने डाॅ.खरे के व्यक्तित्व एवं कार्यशैली को अद्भुत एवं प्रेरक बताया। साक्षरता मिशन के नोडल नेहरू लाल वर्मा ने उनके साथ अपने कार्यों के अनुभव को साझा करते हुये बताया कि रश्मि मैडम का विशाल व्यक्तित्व ममतामयी और काम के प्रति समर्पित रहा है। सहा.ग्रेड-02 अर्पित सिंह ने कहा कि रश्मि मैडम से हमेशा मां की तरह प्रेम और ममता मिली। अविनाश पांडेय ने कहा कि उनकी कार्यशैली बेहद प्रभावशाली है और अहम से विलग उनका व्यक्तित्व उन्हें सबसे अलग करता है। समारोह का संचालन करते हुये समग्र शिक्षा के नोडल आत्माराम साहू ने डाॅ.रश्मि खरे के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को बखूबी सामने रखा। आभार अभिव्यक्त करते हुये सहा.ग्रेड-02 अभिलेख सिंह ने कहा कि रश्मि मैडम के साथ काम करना एक घर-परिवार का अनुभव देता रहा, वह वाकई ममतामयी रही हैं। विदाई समारोह में विशेषतौर पर विशेष लेखा परीक्षक उमराव रजक, सहा.ग्रेड-01 चंद्रशेखर मेश्राम, सहा.ग्रेड-02 दिनेश साहू, तुकाराम साहू, सुनील कुमार सोनवानी, भुनेश्वर ठाकुर, मृत्युंजय मरकाम, टीकम साहू, अविनाश कुमार पांडेय, थगेन्द्र सिन्हा, पंकज कौशल, तुलसीराम जंघेल, तुषार चंदेल, कृपाल राम यादव, ललिता बाई, कविता वर्मा, नागेश्वरी साहू, आशा बाई, श्री मंडावी, लोकेश, श्रीश कुमार पांडेय, मनीष यादव सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।

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