सरपंच और पंच पर शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे का आरोप

मामला खैरागढ़ के ग्राम पंचायत अवेली का
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. ग्राम पंचायत अवेली के ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अवेली की सरपंच दुर्गा बाई सेन और उनके पुत्र नरेंद्र सेन पर शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा करने का गंभीर आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच और उनके पुत्र ने निर्वाचित पदों पर होने के बावजूद शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा कर मकान का निर्माण किया है जो कि पूरी तरह से नियमों के विरुद्ध है। मामले में आगे ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरपंच और पंच ने निर्वाचन के समय शपथ पत्र में उक्त तथ्य को छिपाकर शासकीय भूमि पर अतिक्रमण वाले कॉलम में अतिक्रमण न होना लिखा है जो कि पंचायत राज अधिनियम व निर्वाचन नियमावली के विपरीत है। ग्रामीणों का कहना है कि यह एक गंभीर मामला है और इस मामले की जांच करवाकर कार्रवाई करना आवश्यक है।
ग्रामीणों ने की निर्वाचन शून्य घोषित करने की मांग
ग्रामीणों ने संयुक्त कलेक्टर और एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर सरपंच और पंच का निर्वाचन अवैध एवं शून्य घोषित किए जाने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि इस मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे और इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। ग्रामीणों ने मामले में न्याय की मांग करते हुए कहा है कि वे अपने हकों के लिए लड़ते रहेंगे और प्रशासन से न्याय की उम्मीद करते हैं।
सरपंच पुत्र और पंचायत के पंच ने आरोपों को बताया गलत
अवेली के पंच और पंचायत में सरपंच पुत्र नरेंद्र सेन ने अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया है। नरेंद्र का कहना कि पंचायत द्वारा ग्राम पटेल के भाई ईश्वरीय साहू, राम कुमार साहू और राजेश साहू को सरकारी जगह से अवैध कब्जा हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया है क्योंकि उस जगह पर प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी के तहत तालाब निर्माण कराना है। नरेंद्र सेन ने कहा कि उनके मकान के बारे में गलत आरोप लगाया जा रहा हैं। उनके पास मकान का पट्टा है जो वर्तमान सरकार द्वारा जारी किया गया है और आगे कहा कि उनका मकान किसी भी प्रकार से अवैध नहीं है। नरेंद्र सेन ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग दुर्भावनावश उनकी और उनके परिवार की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से कलेक्टर के पास पहुंचकर ज्ञापन सौंप रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत साबित करने के लिये तैयार हैं।