बेरोजगारी भत्ता को लेकर भाजयुमो ने छुरिया में किया आक्रामक आंदोलन

मुख्यमंत्री और विधायक का किया पुतला दहन
खुज्जी विधायक के कार्यालय का किया घेराव
खुज्जी विधानसभा से संजीव गुप्ता की रिपोर्ट
सत्यमेव न्यूज/छुरिया. खुज्जी विधानसभा का गढ़ छुरिया में भारतीय जनता युवा मोर्चा ने शुक्रवार को प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा को लेकर आक्रामक प्रदर्शन किया. ब्लॉक मुख्यालय में आयोजित विधानसभा स्तरीय आंदोलन में भाजयुमों ने विधायक कार्यालय परिसर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला दहन किया. पुलिस बल और बेरीकेट को धकेलकर भाजयुमों ने अपनी ताकत दिखाई. भूपेश सरकार के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए अपना आक्रोश व्यक्त किया.
सर्वप्रथम साहू धर्मशाला से भाजयुमो ने आक्रोशित रैली निकाली एवं राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अस्पताल चौक के पास प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं खुज्जी कांग्रेस विधायक श्रीमती छन्नी चंदू साहू का पुतला दहन किया. यहां से भाजपा के पदाधिकारी एवं भाजयुमो कार्यकर्ताओं का दल पुराने बस स्टैण्ड पहुंचा, जहां शक्ति प्रदर्शन करते हुए सीधे पैदल विधायक कार्यालय की तरफ कूच कर गये. रास्ते में ही तैनात पुलिस बल के सामने मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया. भाजयुमो की घेराबंदी के बीच पुलिस प्रशासन भी नतमस्तक नजर आयी वहीं आंदोलन के दौरान जनपद पंचायत के प्रवेश द्वार में पहले से ही बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी बेरीकेट लगाकर रखे हुए थे जहां भाजयुमो को रोकने का प्रयास किया गया लेकिन चंद मिनटों में ही भाजपाईयों ने उन्हें पीछे धकेलते हुए विधायक कार्यालय के प्रवेश द्वार में पहुंच गये, जहां उस स्थल पर पहले से मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोका.
इस पर आक्रोशित भाजयुमो ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ बेरोजगारी भत्ते को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए हल्ला बोला. लगभग आधे घण्टे तक पुलिस और भाजयुमो कार्यकर्ताओं में तीखी नोकझोंक भी हुई उसके बाद भाजयुमो कार्यकताओं ने खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी चंदू साहू को ज्ञापन सौंपने की बात कही ताकि प्रदेश के बेरोजगारों को 25 सौ रूपये बेरोजगारी भत्ता मिल सके. अंत में एसडीएम श्री नायक ने आंदोलित भाजयुमो का ज्ञापन लिया.

कार्यालय में नहीं थी विधायक
भाजयुमो द्वारा बेरोजगारी भत्ते को लेकर आंदोलन में विधायक निवास को घेरने की रणनीति तैयार की गई थी. स्थानीय पुलिस को खबर लगते ही विधायक कार्यालय में बड़ी संख्या में पुलिस बल लगाया गया था. इस दौरान विधायक कार्यालय में मौजूद नहीं थी.
पुलिस की मुस्तैदी काम नहीं आयी, 11 पुतले जले
भाजयुमो के आंदोलन को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किए गए थे. छुरिया, डोंगरगांव, चौंकी, चिचोला, गैन्दाटोला एवं राजनांदगांव से भी अतिरिक्त बल बुलाए गये थे. जगह-जगह पुलिस की मौजूदगी रही, उसके बावजूद भाजयुमो के प्रदर्शन में अलग-अलग स्थानों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं खुज्जी विधायक के 11 पुतले दहन किये गये. विधायक कार्यालय के पास जब पुलिस आंदोलित भाजयुमो को शांत करा रही थी उसी समय पुलिस को चकमा देते हुए भाजयुमो ने एसडीएम नायक, एडीसनल एसपी नेहा पांडे, एसडीओपी कृष्ण कुमार पटेल, तहसीलदार श्रीमती टोप्पो, डिप्टी कलेक्टर एवं जनपद पंचायत सीईओ श्रीमती देवांगन, थाना प्रभारी धुर्वे की मौजूदगी में पुतला दहन किया जहां पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
युवा भाजपाईयों की हौसला अफजाई के लिये वरिष्ठ नेता रहे मौजूद
जिला भाजपाध्यक्ष मधुसूदन यादव एवं चंद्रिका प्रसाद डड़सेना, एम.डी.ठाकुर, भाजपा मण्डल अध्यक्ष रविन्द्र वैष्णव, संजय सिन्हा, हिरेन्द्र साहू, श्रीमती ललिता कंवर, जगजीत सिंह भाटिया, कैलाश शर्मा, गुलाब गोस्वामी, ढालसिंह साहू, भाजयुमो अध्यक्ष कान्ता साहू, की मौजूदगी में हुए इस आंदोलन में भाजयुमो ने एक बार फिर कांग्रेस को उस घोषणा पत्र पर घेरते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नेतृत्व वाली सरकार ने शिक्षित बेरोजगारों से छल किया है. एक तरफ बीस लाख रोजगार का ढिंढोरा पिटते है, दूसरी ओर यही विधानसभा सदन में चंद हजार रोजगार दिए जाने की बात स्वीकारते हैं.
प्रदर्शन के दौरान जनपद अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव, बेला साहू, भेष बाई साहू, शेखर भारद्वाज, सुरेन्द्र सिंह भाटिया, राधेश्याम शर्मा, घांसी साहू, मनीष जैन, समीर श्रीवास्तव, नीरज यादव, प्रिंस भाटिया, मनोज साहू, मयाराम साहू, चुरामन साहू, अशोक मालेकर, अनंत तिवारी, सोनू कसेर, हितेश गुप्ता, फागू साहू, अनिरूद्ध चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी एवं भाजयुमो कार्यकर्ता उपस्थित थे.