पुलिस जवानों के सामने खुलेआम चाकूबाजी से युवक की निर्मम हत्या

खैरागढ़। संगीत नगरी खैरागढ़ सोमवार की सुबह दिल दहला देने वाली घटना का गवाह बनी। गणेश विसर्जन के दौरान झांकी के बीच हुए विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। शराब के नशे में धुत एक सरफिरे युवक ने सरेआम चाकू निकालकर अपने ही मोहल्ले के 21 वर्षीय युवक दीपक यादव पर कातिलाना हमला कर दिया।

इस सनसनीखेज वारदात के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे। वायरल हुए सीसीटीवी फुटेज में चार पुलिस जवान घटना के वक्त आपसी बातचीत और टहलने में व्यस्त दिखाई दे रहे हैं। हमला होते देख भी किसी ने बीच-बचाव करने की जहमत नहीं उठाई। हैरानी की बात तो यह है कि हमलावर युवक वारदात को अंजाम देकर बेखौफ मौके से फरार हो गया और पुलिसकर्मी उसे पकड़ने तक नहीं दौड़े।

घटना में घायल दीपक यादव को उसके दोस्तों ने आनन-फानन में मोटरसाइकिल से जिला सिविल अस्पताल पहुँचाया लेकिन यहां भी अव्यवस्था और चिकित्सकीय संसाधनों की कमी ने उसकी जान ले ली। उपचार की व्यवस्था न होने के कारण युवक ने कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने मृत घोषित कर शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।

जानकारी के अनुसार मृतक दीपक यादव और आरोपी श्याम सारथी (22 वर्ष) के बीच किसी बात को लेकर कहा-सुनी हुई थी। रातभर डीजे की धुन और शराब के नशे में झूमते-गाते युवकों का जोश सुबह-सुबह हिंसा में बदल गया। आरोपी श्याम ने दीपक के कमर, पीठ और हाथ पर चाकू से कई वार किए जिससे वह सड़क पर लहूलुहान होकर गिर पड़ा।

इस पूरे घटनाक्रम ने दो बड़ी खामियों को उजागर कर दिया है।
पहला पुलिस जवानों की नाकामी और लापरवाही तथा दूसरा जिला सिविल अस्पताल की आपातकालीन सेवाओं की बदहाली।
सैकड़ों लोगों की मौजूदगी और पुलिस सुरक्षा के बीच खुलेआम चाकूबाजी होना सुरक्षा तंत्र की गंभीर विफलता है वहीं घायल युवक की जान अस्पताल में बेहतर उपचार के अभाव में चली गई जो स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को भी उजागर करती है।

फिलहाल पुलिस आरोपी युवक की तलाश में सरगर्मी से जुटी हुई है। विसर्जन में शामिल युवकों से पूछताछ की जा रही है। किसी अप्रिय स्थिति से बचाव के लिए अस्पताल परिसर और शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। इस वारदात ने नगरवासियों को भयभीत कर दिया है और कानून-व्यवस्था पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।

Exit mobile version