दर्दनाक सड़क हादसे में आरक्षक का पैर कटकर हुआ अलग, उपचार के दौरान मौत

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. जिले में घटे एक दर्दनाक सड़क हादसे में आरक्षक का पैर कटकर अलग हो गया इस दुर्घटना के बाद उपचार के दौरान आरक्षक की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि एक तेज रफ़्तार अज्ञात हैवी व्हीकल ने मोटर साइकिल सवार आरक्षक को ठोकर मारकर बुरी तरह रौंदा दिया। घटना खैरागढ़ जिले के ग्राम घिरघोली पुलिया के पास घटी है जिसमें कवर्धा 17 बटालियन के पदस्थ आरक्षक विप्लव मंडल की मौत हो गई है। जानकारी अनुसार कवर्धा 17 बटालियन में पदस्थ आरक्षक विप्लव मंडल छुईखदान में चल रही आरक्षक भर्ती में ड्यूटी देने सुबह कवर्धा से छुईखदान अपनी मोटर साइकिल में आ रहा था। ग्राम घिरघोली पुलिया के पास अंधे मोड़ में गुरुवार 13 मार्च की सुबह तकरीबन 4:30 बजे विपरीत दिशा से आ रही तेज रफ़्तार अज्ञात हैवी व्हीकल के लापरवाह वाहन चालक ने आरक्षक को मोटर साइकिल सहित बुरी तरह रौंद दिया।

इस दर्दनाक व लोमहर्षक सड़क दुर्घटना में आरक्षक विप्लव मंडल का दाहिना पैर कटकर अलग हो गया। दुर्घटना के बाद कुछ ग्रामीणों ने मामले की सूचना डायल 112 को दी जिसके बाद तत्काल मौके पर 112 की टीम पहुंची और दर्द से बुरी तरह कर रहे घायल आरक्षक को छुईखदान सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद आरक्षक को मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव रेफर कर दिया गया लेकिन बुरी तरह घायल व खून से लथपथ आरक्षक ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। आरक्षक की मौत के बाद पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है। आरक्षक की मौत के बाद मंडल परिवार में होली की खुशियां मातम में बदल गई है और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। अंतिम संस्कार के लिए परिजन आरक्षक के शव को कवर्धा लेकर गए हैं।

लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं को लेकर बता दे कि केसीजी जिले में ट्रैफिक के लगातार बढ़ते दबाव और यातायात नियमों के उल्लंघन के कारण आए दिन लोग अकाल मौत का कारण बन रहे हैं। इसे विडंबना ही कही जाए कि व्यवस्था सुधार के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार पुलिस विभाग के जवान भी सड़क दुर्घटनाओं में अकाल मौत का शिकार हो रहे हैं। लगभग चार माह पूर्व ठेलकाडीह के पास जिले के एसपी के वाहन चालक ओमकार धुर्वे (39 वर्ष) की बीते 20 अक्टूबर को सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। दुर्घटनाओं के पीछे की सबसे बड़ी वजह शराब पीकर वाहन चलाना और जिले में यातायात के दबाव के बीच सड़कों का लगातार सकरा होता जाना मुख्य कारण है। ड्रिंक एंड ड्राइव को लेकर कानून में कड़े प्रावधान है वहीं सड़कों से अतिक्रमण हटाना व सकरी होती सड़कों को सुगम यातायात के लायक बनाना है लेकिन इस दिशा में सार्थक कार्रवाई को लेकर अब तक कोई कड़े कदम शासन और प्रशासन द्वारा नहीं उठाए गए हैं और यही वजह है कि जिले में लगातार सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा हो रहा है और लोग बे-मौत मारे जा रहे हैं।

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