झांकी देखने निकले परिवार की खुशियां मातम में बदलीं

तेज रफ्तार ने छीनी मामा-भांजे की जिंदगी

मासूम बच्चियां जिंदगी और मौत के बीच झूल रही हैं
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। गणेश उत्सव में विसर्जन झांकी के दौरान रंग-बिरंगे माहौल में घुमने निकले एक परिवार पर शनिवार रात ऐसा कहर टूटा कि पूरा गांव शोक में डूब गया। जानकारी अनुसार बल्देवपुर निवासी रिलेश साहू (32 वर्ष) अपने भांजे मोहित साहू (13 वर्ष), पत्नी करिश्मा और दो नन्हीं बेटियों (डेढ़ और तीन साल) के साथ बाइक पर बैठकर राजनांदगांव झांकी जा रहे थे। झांकी देखने को लेकर परिवार में उत्साह था बच्चे झांकी देखने को बेताब थे लेकिन किसे पता था कि यह सफर उनका आखिरी सफ़र साबित होगा। रास्ते में ही आशीर्वाद ढाबा के पास तेज रफ्तार से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने बाइक को इतनी जोरदार टक्कर मारी कि सड़क पर दर्द और चीखों का मंजर फैल गया। हादसे में बाइक चालक रिलेश और मासूम मोहित की मौके पर ही मौत हो गई जबकि करिश्मा और दोनों बच्चियां खून से लथपथ सड़क पर तड़पती रहीं। राहगीरों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया जहां उनकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।

घटना के बाद गांव में मातम पसरा

इस लोमहर्षक घटना के बाद गांव में मातम पसर गया है वहीं दो लोगों की मौत और बच्चों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सिविल अस्पताल खैरागढ़ पहुंचे रिश्तेदारों ने बताया कि रिलेश हमेशा हंसते-खिलखिलाते रहते थे। बच्चों को झांकी दिखाने का वादा किया था। कौन जानता था कि झांकी के रास्ते में ही जिंदगी छिन जाएगी। यह दर्दनाक हादसा फिर एक बार तेज रफ्तार और यातायात नियमों की अनदेखी की कड़वी हकीकत सामने रखता है। पांच लोगों का एक ही बाइक पर सवार होना और लापरवाह वाहन चालकों का कहर दोनों ने मिलकर दो जिंदगियां लील लीं और एक परिवार को बिखेर दिया। बहरहाल ज्ञात हो कि जब तक नियमों का सख्ती से पालना नहीं होगा और सड़क पर जिम्मेदारी का अहसास नहीं जागेगा तब तक ऐसी चीखें सड़क पर गूंजती ही रहेंगी। झांकी की रोशनी और उत्सव के बीच बल्देवपुर के साहू परिवार का घर अब अंधेरे और सन्नाटे में डूबा है।