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केसीजी में श्रद्धापूर्वक मनाई गई देवउठनी एकादशी, शुभ मुहूर्त में अब गूंजेगी शादी की शहनाई

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में प्रबोधिनी एकादशी देवउठनी का पर्व पूरे भक्ति भाव से श्रद्धा पूर्वक मनाया गया. संध्या बेला शुभ मुहूर्त में घर-घर माता तुलसी की विधिवत पूजा अर्चना की गई और परंपरा अनुसार तुलसी-शालीग्राम विवाह मनाया गया. छोटी दिवाली के इस शुभ अवसर पर लोगों में दिवाली जैसा उत्साह देखने को मिला, घर के आंगन में शाम होने से पहले रंगोली पूरी गई. सैकड़ो दीप जगमगाए और लोगों ने मुंह मीठा कर आतिशबाजी भी की तथा सब नहीं दूसरे को प्रबोधिनी एकादशी की बधाई दी. 

चुनावी खुमार और दिवाली के लंबे त्यौहार के बाद अब शादी सीजन की शुरूआत होने जा रही है। करीबन पांच महीने से लगा शादियों पर ब्रेक देवउठनी एकादशी के साथ हट जाएगा। इसके बाद शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में शादियों का दौर देखने को मिलेगा। आज से अगले एक महीने में दर्जनभर से अधिक शुभ मुहूर्त है। जिसको देखते हुए ही मैरिज हॉल, कैटर्स और बैंड-बाजा, डीजे की एडवांस में बुकिंग शुरू हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार अधिकांश भवन और होटल में शादियों की तिथि अनुसार सभी की बुकिंग हो चुकी है। हालांकि 15 दिसंबर को फिर ब्रेक लगेगा। जिसके चलते नए साल से वैवाहिक आयोजन की गूंज ज्यादा होगी, क्योंकि मुहूर्त अधिक रहेंगे। आयोजन में इस बार धूम-धड़ाका अधिक होगा। सारे आयोजन बड़े स्तर पर होंगे। यहां तक हल्दी व मेहंदी जैसी रस्में जो सिर्फ पारिवारिक सदस्यों के बीच निभाई जाती है, इस बार उन्हें भी इवेंट की तरह डेकोरेशन के साथ मनाया जाएगा। सभी मुहूर्तों के हिसाब से भवन बुकिंग शुरू हो गए हैं। इस बार सावन में अधिक मास होने के चलते शादियों में लगा ब्रेक लंबा हो गया था। चार महीने से मांगलिक कार्यों पर लगा ब्रेक देवउठनी एकादशी के साथ हटा। भगवान विष्णु निद्रा से जागेंगे और मांगलिक कार्यों का श्रीगणेश होगा। नवंबर में मुहूर्त 28/29 को मात्र गिनती के हैं, इसलिए देवउठनी ग्यारस पर ही ज्यादातर वर- वधू परिणय सूत्र में बंधेंगे। दो महीने में 14 शुभ मुहूर्त है। 

लंबे इंतजार बाद शुरू हो रहे सीजन को देखते हुए शादियों के लिए मैरिज हाल, भवनों, कैटर्स, लाइट-फ्लावर डेकोरेशन, बैंड, डीजे सहित सभी की एडवांस बुकिंग शुरू हो चुकी है। इस व्यापार से जुड़े लोगों को उम्मीद है कि इस बार मुहूर्त को देखते हुए अच्छा व्यापार होगा। इसमें ज्वेलरी, कपड़े, फर्नीचर, व्हीकल सेगमेंट भी शामिल है। चूंकि 4 माह मांगलिक कार्य नहीं होते हैं, इस कारण दीपावली के बाद शुरू हुए इस सीजन को शुभ माना जाता है। सभी की प्री-बुकिंग हो चुकी है। दाऊचौरा शीतला मंदिर के मुख्य पुजारी पं.घनश्याम तिवारी ने बताया हिन्दू पंचांग के अनुसार देवउठनी में भगवान विष्णु निंद्रा से जागते हैं उसी दिन से मांगलिक कार्यों का श्री गणेश होता है देवउठनी के बाद नवंबर में मांगलिक कार्य के लिऐ 28-29 को शुभ मुहूर्त है दिसंबर में 4-6-7-8-14-18-20-30 को शादी, गृह प्रवेश, अन्य शुभ कार्य के लिए शुभ मुहूर्त है.

Satyamev News

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