केसीजी जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद पर सस्पेंस बरकरार- मनराखन या कोमल किस पर टिकेगा हाईकमान का भरोसा

दर्जनभर दावेदारों में देवांगन की सक्रियता, साहू की संगठन निष्ठा चर्चा में हाईकमान के फैसले पर सबकी निगाहें
सत्यमेव न्यूज के लिये मनोहर सेन खैरागढ़। खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला कांग्रेस कमेटी में नए अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस संगठन के भीतर सियासी समीकरण तेजी से बदल रहे हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का दौर जारी है। सूत्रों के अनुसार अध्यक्ष पद के लिए दर्जनभर दावेदारों के नाम सामने आए हैं। इनमें प्रमुख रूप से मनराखन देवांगन, कोमल साहू, हेमंत वैष्णव, मिहिर झा, भीगेश यादव, और सुनील पांडे सहित कई सक्रिय नेताओं के नाम शामिल हैं। इन सभी ने अपने-अपने ब्लॉक और संगठन स्तर पर मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। बताया जाता है कि हाल ही में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक चरण सिंह सपरा जिले के दौरे पर आए थे। उन्होंने संभावित दावेदारों से व्यक्तिगत चर्चा कर उनकी राजनीतिक सक्रियता और जनसंपर्क की स्थिति का आकलन किया। अब अंतिम निर्णय हाईकमान के हाथों में है और किसी भी समय घोषणा की संभावना जताई जा रही है।
मनराखन देवांगन – मिशन संडे से लेकर जनहित तक सक्रिय नेतृत्व
मनराखन देवांगन ने मिशन संडे के संयोजक के रूप में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। वे लगातार जनहित से जुड़े मुद्दों पर मुखर रहे हैं और विपक्ष की भूमिका को मजबूती से निभाते रहे हैं। जनता के बीच उनकी पकड़ और संगठनात्मक अनुभव ने उन्हें एक तेजतर्रार व कार्यकुशल नेता के रूप में स्थापित किया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि देवांगन की सक्रियता और जनसंपर्क कौशल उन्हें इस पद का सबसे मजबूत दावेदार बना सकता है।
कोमल साहू – संगठन के भरोसेमंद और शांत कार्यकर्ता
दूसरी ओर कोमल साहू भी लंबे समय से संगठन में सक्रिय हैं। वे हर कार्यक्रम में अग्रणी भूमिका निभाते रहे हैं और पार्टी की आंतरिक संरचना में एक भरोसेमंद चेहरा माने जाते हैं। उनकी संगठन निष्ठा और टीम वर्क की क्षमता उन्हें भी दावेदारी में आगे रखती है।
अन्य दावेदार भी मैदान में सक्रिय
हेमंत वैष्णव, मिहिर झा, भीगेश यादव, सुनील पांडे और कुछ अन्य नेताओं ने भी जिला स्तर पर अपनी दावेदारी पेश की है। कई दावेदार क्षेत्रीय संतुलन और जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए हाईकमान से समर्थन की उम्मीद कर रहे हैं।
अंतिम फैसला हाईकमान पर
अब सवाल यह है कि कांग्रेस इस बार युवा चेहरा सामने लाएगी या अनुभवी नेता को तवज्जो देगी।
जिले के कार्यकर्ताओं में उत्सुकता और उत्साह दोनों है। हर गुट अपने-अपने दावेदार के पक्ष में सक्रिय है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष की कमान छुईखदान या गंडई ब्लॉक से किसी नेता को मिल सकती है। सभी की निगाहें अब दिल्ली पर टिकी हैं क्या पार्टी जनता के बीच लोकप्रिय मनराखन देवांगन को अवसर देगी या संगठननिष्ठ कोमल साहू को कमान सौंपी जाएगी। आगामी निर्णय से जिले की कांग्रेस राजनीति में नया समीकरण तय होगा।