स्व.देवव्रत सिंह की प्रतिमा अनावरण मामले में कांग्रेस पर भाजपा का पलटवार
स्व.देवव्रत सिंह को जननायक बता कांग्रेसियों को बताया उनका विरोधी
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. स्व.देवव्रत की प्रतिमा अनावरण में भाजपा और जिला प्रशासन पर लग रहे उदासीनता के आरोप के बीच अब दिवंगत देवव्रत सिंह को जननायक बताते हुए भाजपा ने पलटवार किया है। अपने बयान में जिला भाजपा की ओर से महामंत्री रामाधार रजक ने कहा कि भाजपा पर लगाए जा रहे आरोप अनर्गल हैं और यह कांग्रेस नेताओं का कुत्सित प्रयास है। पूर्व सांसद व विधायक स्व.देवव्रत सिंह सिर्फ व्यक्ति, समाज या विशेष राजनैतिक दल के नेता नहीं थे वो जननायक थे और उनके साथ साथ पूरा परिवार ने क्षेत्र के विकास को लेकर हमेशा गंभीर रहा है। इंदिरा कला संगीत विवि की स्थापना को लेकर राजमहल का दान देकर उनके पूर्वजो ने अप्रतिम दानशीलता का उदाहरण प्रस्तुत किया है। श्री रजक ने कहा कि स्व.देवव्रत सिंह के प्रतिमा निर्माण, स्थल चयन और स्थापना तक की प्रक्रिया में अपनी गलती छिपाने कांग्रेसी भाजपा पर बेवजह निरर्थक आरोप लगा रही हैं। कांग्रेस शासन काल के दौरान नपा क्षेत्रांतर्गत उपयुक्त स्थान पर राज देववत सिंह की जीवंत मूर्ति स्थापना के लिए पचीस लाख रूपयो की प्रशासकीय स्वीकृति के साथ पांच लाख रुपए पहले किश्त के रूप में 22 मार्च 2023 को मिल गया था। इसके बाद दूसरे किश्त को जारी कराने पालिका में काबिज कांग्रेस सहित स्व.देवव्रत सिंह के नाम पर आज राजनैतिक रोटी सेंकने का प्रयास कर रहे लोगो ने पहली किश्त मार्च 2023 में जारी होने के बाद बारह महीनो तक दूसरी किश्त के लिए कोई प्रयास नहीं किया।फरवरी 2024 में तत्कालीन नपाध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा के इस्तीफे प्रकरण के चलते कुछ महीनो तक पालिका में काम प्रभावित रहा लेकिन सबका साथ सबका विकास की सोच को लेकर प्रदेश की सत्ता में काबिज विष्णुदेव साथ की भाजपा सरकार ने क्षेत्रवासियों का स्व.देवव्रत सिंह के प्रति अगाध स्नेह और आस्था समर्पण को देखते हुए 21 जून 2024 को प्रतिमा निर्माण, स्थापना के लिए स्वीकृत प्रशासकीय स्वीकृति की अंतिम किश्त बीस लाख रुपए एक साथ जारी किया है लेकिन जीवित रहते सम्मान नहीं करने वाले कतिपय कांग्रेसी आज राजनैतिक महात्वाकांक्षा पूरी करने दिवंगत राजा देवव्रत सिंह के नाम का इस्तेमाल कर रहे है। कांग्रेस छोड़कर जोगी कांग्रेस से चुनाव लडकर और जीतकर स्व.देवव्रत सिंह ने साबित कर दिया था कि वो जननेता थे। क्षेत्र के नायक का उस समय विरोध करने वाले कतिपय कांग्रेसी आज बिना दस्तावेजी जानकारी लिए जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे है। जिला भाजपा महामंत्री ने बताया कि प्रतिमा निर्माण, स्थापना सहित स्थल के सौंदर्याकरण को लेकर मात्र पचीस लाख रूपयों की स्वीकृति मिली थी। कांग्रेस शासन काल में स्वीकृति का ढोल पीटने और भाजपा नेताओ पर उदासीनता का आरोप लगाने वाले कांग्रेसियों को समझ आना चाहिए कि राशि सबका भला सोचने वाली भाजपा सरकार ने दिया है। उन्होने कहा कि स्व.देवव्रत सिंह सबके थे इसलिए उनके जाने के बाद प्रतिमा अनावरण को लेकर अनावश्यक क्षुद्र राजनैतिक ढकोसला करने की जगह परिजनो और पालिका प्रशासन से चर्चा कर वाजिब तिथि में भव्य रूप से अनावरण का कार्यक्रम तय किया जाए।