
सत्यमेव न्यूज छुईखदान। वीरांगना अवंती बाई शासकीय महाविद्यालय छुईखदान जिला खैरागढ़ छुईखदान गंडई में राष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती उत्साहपूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में गणित के प्रति रुचि जागृत करना तथा दैनिक जीवन एवं विज्ञान में गणित के महत्व को रेखांकित करना था। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य जयती विश्वास द्वारा श्रीनिवास रामानुजन के चित्र पर माल्यार्पण एवं मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि गणित केवल संख्याओं तक सीमित विषय नहीं है बल्कि यह तार्किक सोच विश्लेषण क्षमता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण का सशक्त आधार है। रामानुजन का योगदान आज भी विश्वभर के गणितज्ञों और शोधकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत बना हुआ है। इस अवसर पर गणित विभाग द्वारा पोस्टर प्रतियोगिता एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विभागाध्यक्ष लीलाराम देवांगन ने रामानुजन के गणितीय योगदानों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनके सूत्र आज भी आधुनिक गणित और विज्ञान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने रामानुजन के प्रसिद्ध कथन और 1729 संख्या से जुड़ी रोचक घटना का उल्लेख करते हुए उनकी अद्भुत प्रतिभा को विद्यार्थियों के सामने रखा। कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि सच्ची प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती बल्कि दृढ़ संकल्प और निरंतर परिश्रम से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है। श्रीनिवास रामानुजन का जीवन सीमित साधनों में असीम संभावनाओं का प्रतीक है। कार्यक्रम में विज्ञान संकाय की विभागाध्यक्ष प्रीति मेश्राम जंतुशास्त्र, पी. आर. साहू वनस्पति शास्त्र, समीक्षा ताम्रकार रसायन शास्त्र अभिषेक सिंह भौतिक शास्त्र तथा डी. एल. चंद्रवंशी अंग्रेजी सहित अन्य प्राध्यापक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन लीलाराम देवांगन द्वारा किया गया तथा आभार प्रदर्शन विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रीति मेश्राम ने किया।
