मनरेगा मे मजदूरी भुगतान करने अब आधार नंबर अनिवार्य

97 प्रतिशत मनरेगा श्रमिको के खाते में किया जा चुका है आधार लिंक जन मनरेगा एप से ले सकते है मनरेगा जानकारी
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. मनरेगा में काम करने वाले श्रमिकों को अब आधार लिंक कराना अनिवार्य कर दिया हैं. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत श्रमिको के मजदूरी भुगतान को आधार आधारित भुगतान प्रणाली (एबीपीएस) के अनुसार करना अनिवार्य कर दिया है. यह सिस्टम आधार कार्ड से बैंक खाता लिंक (मैपिंग) के आधार पर कार्य करता है. श्रमिको को जिस बैंक खाता मे मनरेगा मजदूरी का भुगतान चाहिए होगा. उस बैंक मे जाकर आधार नंबर को लिंक (मैपिंग) कराना होगा. एक बार योजना डेटाबेस मे आधार अपडेट हो जाने के बाद लाभार्थी को जगह बदलने या बैंक खाता संख्या मे बदलाव के कारण खाता संख्या अपडेट करने की आवश्यकता नही होगी. पैसा उसी खाता पर हस्तांतरण होगा जो आधार नंबर से जुड़ा होगा. जानकारी अनुसार अभी तक जिले में 97 प्रतिशत मनरेगा श्रमिकों के खाते से आधार लिंक किया जा चुका हैं जिसमें विकासखंड खैरागढ़ मे कुल 79071 श्रमिको और विकासखंड छुईखदान मे कुल 82695 श्रमिको का आधार नंबर बैंक खाते से लिंक (आधार मैपिंग) किया जा चुका है. बाकी बचे 3 प्रतिशत श्रमिकों का ग्राम पंचायतो मे शिविर लगाकर श्रमिको का आधार लिंक करने फाॅर्म एकत्रित किया जा रहा हैं. मिली जानकारी के अनुसार, यदि किसी ग्राम पंचायत के सामने तकनीकी समस्या है या आधार से संबंधित कोई दिक्कत है तो सरकार उसके समाधान तक मामले-दर-मामले के आधार पर उसे एबीपीएस से छूट देने पर विचार कर सकती है. आधार आधारित भुगतान प्रणाली से श्रमिको के मजदूरी भुगतान मे पारदर्शिता आयेगी.
मोबाइल में एप डाउनलोड कर ले सकते है मरेगा की जानकारी

जिला ग्रामीण विकास प्रशासन, जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई से प्राप्त जानकारी अनुसार जन-मनरेगा एक मोबाईल एप है, जिसके माध्यम से मजदूरी भुगतान के बारे मे जानकारी मिल जाता है. पहले ग्राम पंचायत स्तर पर श्रमिको को मजदूरी भुगतान की शिकायते रहती थी. अब उन शिकायतो का निराकरण जन-मनरेगा एप के माध्यम से उनके समक्ष तत्काल किया जा सकता है. जन मनरेगा एप मे हितग्राही मजदूर के जॉबकार्ड नंबर के अनुसार उस जॉबकार्ड मे परिवार, कार्य दिवस, कार्य विवरण, भुगतान विवरण, आधार से संबंधित विवरण के साथ राशि भुगतान की जानकारी मिल जाती है.