बाढ़ से पिपरिया नदी पर बना मारूटोला पुल ढहा
20 साल पहले विधायक देवव्रत ने बनवाया था बहुप्रतिक्षित पुल
एनडीआरएफ की टीम ने बचाई बाढ़ में फंसे लोगों की जान
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. मंगलवार की अलसुबह आयी भीषण बाढ़ ने जिला मुख्यालय खैरागढ़ सहित आमनेर, पिपरिया व मुस्का नदी के किनारे बसे गांवों में भी तबाही मचाई है। जिला मुख्यालय से महज 4 किमी की दूरी पर स्थित मारूटोला कला में पिपरिया नदी पर बना पुल बाढ़ की चपेट में क्षतिग्रस्त होकर बह गया। यह बहुप्रतिक्षित पुल 20 साल पहले मारूटोला वासियों की मांग पर तत्कालीन विधायक स्व. देवव्रत सिंह ने बनवाया था। ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद शाम को उन्हें समझ आया कि उनके आवागमन का एकमात्र माध्यम पुल टूट चुका है। बाढ़ के कारण नदी किनारे बसे लगभग 10 घरों में पूरी तरह बाढ़ का पानी घुस गया है। इस बीच एनडीआरएफ की टीम मंगलवार को तकरीबन 11ः30 बजे गांव पहुंची और बाढ़ में फंसे गांव के लगभग 60 लोगों को बचाया गया वहीं मवेशियों की भी मदद की गई। समय रहते मदद मिलने के कारण जनहानि तो नहीं हुई लेकिन बाढ़ के कारण कई घर क्षतिग्रस्त हो गये हैं। गांव के बुधारू राम गढ़ेवाल का घर पूरी तरह टूटकर गिर चुका है वहीं बिजली के खंभे भी टूट गये हैं जिससे विद्युत व्यवस्था भी बाधित है। पुल के बह जाने से मारूटोला का संपर्क जिला मुख्यालय सहित अन्य गंतव्यों से पूरी तरह टूट चुका है। 800 की आबादी वाले इस गांव में पुल के टूट जाने के कारण अब सहज आवागमन की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। पुल के टूट जाने से गांव के नौनिहालों का भी भविष्य अधर में अटक गया है। टूटा हुआ पुल ही एकमात्र आवागमन का जरिया था जिसके कारण मारूटोला के स्कूली व महाविद्यालयीन छात्र खैरागढ़ व अन्यत्र स्थानों पर आवागमन कर पढ़ाई करते हैं। मारूटोला निवासी व मंडल भाजपा के महामंत्री गोरेलाल वर्मा ने बताया कि पुल के टूट जाने से गांव में आवागमन का संकट हो गया है, पुल निर्माण के लिये शासन-प्रशासन से मांग की जायेगी।