पालिका के अधिकारियों ने कागजों में खोला जिम, लगभग 5 लाख की राशि डकार ली

पालिका चुनाव के समय आचार संहिता में अधिकारियों ने खेला भ्रष्टाचार का खेल
प्रथम दृष्टियां ही जांच में हुई पुष्टि
खैरागढ़ के किल्लापारा वार्ड में जिम खोलने के नाम पर हुआ भ्रष्टाचार
तत्कालीन सीएमओ एवं प्रशासक जांच के दायरे में
आचार संहिता के दौरान नियमों का फायदा उठाकर काटा गया था चेक
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. बीते 2 साल पहले नगर पालिका में जिम खुलने के नाम पर लगभग 5 लाख के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है. पालिका के तत्कालीन अधिकारियों ने कागजों में जिम खोलकर बड़ी गड़बड़ी की. बताया जा रहा है कि पालिका चुनाव के समय आचार संहिता में अधिकारियों ने भ्रष्टाचार का पूरा खेल खेला है जिसकी शिकायत के बाद प्रथम दृष्टिया ही जांच में पुष्टि हो रही है. ज्ञात होगी खैरागढ़ के किल्ला पारा वार्ड में जिम खोलने के नाम पर इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया. मामले की खुलासे के बाद तत्कालीन सीएमओ एवं प्रशासक जांच के दायरे में आ गए हैं.
नेता प्रतिपक्ष रजक ने की थी शिकायत
जिम के फर्जीवाड़े को लेकर वर्तमान में किल्लापारा वार्ड के भाजपा पार्षद एवं वर्तमान में पालिका के नेता प्रतिपक्ष रूपेंद्र रजक ने इसकी शिकायत बीते 15 जनवरी को कलेक्टर से की थी. शिकायत के बाद उप अभियंता द्वारा मामले की जांच की गई है. जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि किल्लापारा वार्ड में किसी भी तरह का कोई इनडोर जिम नहीं बनाया गया है. वार्ड की गोपीनाथ मंदिर प्रांगण के सामुदायिक भवन में जिम सामग्री होने का हवाला देकर सरकारी राशि की हेरा फेरी की गई थी. श्री रजक का कहना है कि सत्र 2021-22 में तत्कालीन पालिका अधिकारियों ने कागजों में ही जिम खोला और सरकारी राशि डकार ली. उप अभियंता रितेश स्थापक ने इस मामले को लेकर सीएमओ प्रमोद शुक्ला को जांच रिपोर्ट सौंप दी है.
4 लाख 99 हजार 5 सौ रूपये का हुआ हैं चेक से भुगतान
जिम के फर्जीवाड़ा में 4 लाख 99 हजार 5 सौ रूपये का भुगतान चेक से होना बताया जा रहा हैं. बताया जा रहा हैं कि तत्कालीन सीएमओ श्रीमती सीमा बख्शी ने दुर्ग के एक फर्म को यह भुगतान किया है. आरटीआई में निकले दस्तावेजों के मुताबिक फर्म का नाम क्षत्रिय एग्रो दुर्ग बताया जा रहा. भुगतान तो हुआ है लेकिन किल्लापारा में न तो इंडोर जिम बना है और ना ही जिम की सामग्रियां खरीदी गई है. श्री रजक कहना है कि इस मामले में कार्रवाई की मांग की गई हैं.
नियमों के अनदेखी कर आचार संहिता में काटा गया चेक
पाठकों को बता दें कि नियमों की अनदेखी कर तत्कालीन सीएमओ ने पालिका चुनाव के समय प्रभावी आचार संहिता के दौरान चेक काटा है. 9 दिसम्बर 2021 को चेक के माध्यम से फर्म को रकम दी गई है. इस समय नगर पालिका चुनाव को लेकर आचार संहिता प्रभावी थी. नियमों के मुताबिक आचार संहिता के दौरान किसी भी तरह का क्रय, विक्रय या भुगतान वर्जित होता है लेकिन तत्कालीन अधिकारियों ने नियमों की जरा भी परवाह नहीं की.
मामले में हो रही एफआईआर की मांग
जिम के फर्जीवाड़े को लेकर अब पूरे मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की जा रही है. शिकायतकर्ता रूपेंद्र रजक पहले ही कार्रवाई की मांग कर चुके हैं. अब मामले में खुलासे के बाद पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष व जिला भाजपा महामंत्री रामाधार रजक ने तत्कालीन सीएमओ श्रीमती सीमा बख्शी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किए जाने की मांग की हैं. शिकायतकर्ताओं ने छ.ग. शासन के नगरी निकाय मंत्री अरुण साव से शिकायत कर अब एफआईआर दर्ज करने की मांग की हैं.