पहले दिन धान खरीदी केन्द्रों में अव्यवस्था रही भारी, 41 में से 38 समितियों में नहीं हो पायी धान खरीदी

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. छग शासन द्वारा 01 नवंबर से धान खरीदी किये जाने के आदेश के बाद भी जिले के धान खरीदी केन्द्रों में भारी अव्यवस्था रही. पहले दिन जिले के 41 धान खरीदी केन्द्रों में से 38 समितियों में धान की खरीदी नहीं हो पायी, महज 3 धान खरीदी केन्द्रों में ही किसानों के द्वारा 58.80 क्विंटल धान का विक्रय किया गया. धान खरीदी के शुभारंभ की बात करें तो अमलीपारा सेवा सहकारी समिति में किसानों ने धान खरीदी का शुभारंभ किया. ज्ञात हो कि धान खरीदी प्रारंभ होने के एक दिन पहले देर शाम तक धान खरीदी के लिये प्रभारी नियुक्त किये जाने तथा किसानों को समय पर टोकन वितरण नहीं होने के कारण पहले दिन धान बेचने एक भी किसान समिति नहीं पहुंचे जिसके बाद धान खरीदी की स्थिति जानने समिति पहुंचे क्षेत्रीय किसानों से धान खरीदी का शुभारंभ कराया गया. इस दौरान किसान ईश्वर वर्मा सहित किसानों ने तराजू की पूजा-अर्चना कर धान खरीदी का शुभारंभ किये.

प्रशासनिक लापरवाही के चलते किसानों को नहीं मिला टोकन
ज्ञात हो कि धान खरीदी के लिये व्यवस्था दुरूस्त करने तथा प्रभारी नियुक्त करने में प्रशासनिक लापरवाही के चलते इस वर्ष किसानों को समय पर टोकन नहीं मिल पाया जिसके कारण धान खरीदी शुभारंभ के दिन 01 नवंबर को अधिकांश खरीदी केन्द्रों में एक भी किसानों ने अपना धान नहीं बेचा. शासन के निर्देशानुसार 01 नवंबर से धान खरीदी शुरू होनी थी लेकिन धान खरीदी के एक दिन पहले तक जिला प्रशासन के द्वारा धान खरीदी केन्द्रों में प्रभारी नियुक्त नहीं किया गया था, आनन-फानन में 31 अक्टूबर की देर शाम जिलाधीश के निर्देश पर सहायक पंजीयक सहकारी संस्थायें द्वारा प्रभारी नियुक्ति का आदेश जारी किया गया. धान खरीदी केन्द्रों में प्रभारी नियुक्त नहीं होने से जिले के किसानों को समय पर धान विक्रय करने टोकन नहीं मिल पाया जिसके चलते पहले दिन अधिकांश धान खरीदी केन्द्रों में एक भी किसानों ने अपना धान विक्रय नहीं किया.

मैदानी इलाकों में नोडल अधिकारी सहित ऑपरेटर नदारद
बता दे कि जिला प्रशासन की लचर व्यवस्था तथा 01 नवंबर को राज्योत्सव का शासकीय अवकाश होने के चलते मैदानी इलाकों में धान खरीदी तो दूर की बात धान खरीदी केन्द्रों में शुभारंभ तक नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि मैदानी इलाकों के धान खरीदी केन्द्रों में नियुक्त प्रभारी तथा ऑपरेटर भी नदारद रहे जिसके चलते न ही किसान धान बेच पाये और न ही खरीदी का शुभारंभ हो पाया. जालबांधा व बाजार अतरिया क्षेत्र के धान खरीदी केन्द्रों में न ही जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त किये गये प्रभारी मौजूद रहे और न ही ऑपरेटर जिसके चलते किसानों को टोकन नहीं दिया गया वहीं धान बेचने गये कई किसानों को बिना धान बेचे ही वापस लौटना पड़ा. जालबांधा धान खरीदी केन्द्र में 01 नवंबर को धान खरीदी करने किसानों को बुलाया गया था और कई किसान वाहन में धान भरकर बेचने ले गये थे लेकिन समिति में जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी के मौजूद नहीं होने से किसानों को अपना धान वापस घर लाना पड़ा.
वनांचल क्षेत्र में भी धान खरीदी का हाल-बेहाल
मैदानी इलाकों के साथ ही वनांचल क्षेत्र के धान खरीदी केन्द्रों का भी हाल-बेहाल रहा. जिले के सुदूर वनांचल क्षेत्र बकरकट्टा, नचनिया, रामपुर, पैलीमेटा, भोथली, ईटार, गातापार जंगल, मानिकचौरी आदि समितियों में जिला प्रशासन द्वारा धान खरीदी केन्द्र के प्रभारी के रूप में नियुक्त किये गये नोडल अधिकारी सहित ऑपरेटर नदारद रहे. बता दे कि वनांचल क्षेत्र में नेटवर्क की समस्या के चलते किसानों को ऑनलाईन टोकन लेने में भी परेशानी हुई वहीं खरीदी केन्द्र में अधिकारी नहीं होने से टोकन वितरण नहीं किया गया जिसके चलते वनांचल क्षेत्र के धान खरीदी केन्द्रों में पहले दिन एक भी किसानों ने अपना धान विक्रय नहीं किया.
पहले दिन जिले की महज तीन समितियों में बिका 58.80 क्विंटल धान
धान खरीदी के पहले दिन जिले की तीन समितियों क्रमश: भंडारपुर, मुढ़ीपार व विचारपुर में ही धान खरीदी की शुरूआत हो पायी. इन समितियों में किसानों ने अपना कुल 58 क्विंटल 80 किलो धान बेचा है. यह तीनों समितियां डोंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती हैं वहीं खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली किसी भी समिति में धान खरीदी नहीं हो पायी.
जिले की लगभग समितियों में नहीं हो पायी धान की खरीदी
खैरागढ़ जिले की कुल 41 समितियों में से केवल तीन समितियों में ही धान खरीदी का खाता खुल पाया वहीं लगभग सभी समितियों में किसान अपनी उपज का एक दाना भी नहीं बेच पाये जिसमें सेवा सहकारी समिति अतरिया, अमलीपारा, गाड़ाडीह, आमदनी, बैहाटोला, बढ़ईटोला, टोलागांव, डोकराभाठा, सलोनी, कामठा, जालबांधा, मड़ौदा, भोरमपुर कला, रगरा, ईटार, गातापार जंगल, पांडादाह, अमलीडीह, उदयपुर, विचारपुर, कुकुरमुड़ा, सिलपट्टी, झुरानदी, गोपालपुर, भोथली, गंडई, लिमो, बरबसपुर, हनईबन, ठंढार नवीन, धोधा, मानिकचौरी, संडी, बुंदेली, नचनिया, रामपुर, पैलीमेटा, ठाकुरटोला नवीन व बकरकट्टा में धान की खरीद शून्य रही.
शासन के निर्देशानुसार 01 नवंबर से धान खरीदी की शुरूआत हो गई है, पहले दिन कुल 58.80 क्विंटल धान खरीदा गया है. जिले में कृषकों की फसल अभी पूरी तरह से तैयार नहीं है जिसके कारण किसान टोकन नहीं लिये हैं.