छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे बालाघाट में नक्सली मुठभेड़ में तीन कुख्यात नक्सलियों की मौत
सोमवार की सुबह मध्यप्रदेश पुलिस व हॉक फोर्स ने की बड़ी कार्यवाही
मृत नक्सलियों में दर्रेकसा दलम के कमांडर सहित एक महिला नक्सली
एके-47, थ्री नॉट थ्री सहित नक्सलियों के कब्जे से रिवाल्वर बरामद
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश सीमा पर बालाघाट जिले में सोमवार की सुबह हुई पुलिसिया कार्यवाही में दर्रेकसा दलम के तीन कुख्यात नक्सली ढेर हो गये. बालाघाट जिले के बहेला थाना क्षेत्र अंतर्गत कंदाला के जंगलों में खरारी के पास एमपी पुलिस को नक्सलियों के समूह में होने की जानकारी मिली थी जिसके बाद नक्सल उन्मूलन ऑपरेशन के लिये सर्चिंग में निकली पुलिस की हॉक फोर्स टीम का सामना नक्सलियों से हुआ और दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हुई. सुबह तकरीबन 8 से 8:30 बजे मुठभेड़ के दौरान तीन नक्सली मारे गये जिनमें दर्रेकसा दलम के प्लाटून नं.01 का सक्रिय कमांडर नागेश उर्फ राजू तुलावी 38 वर्ष, मनोज 26 वर्ष एवं एक महिला नक्सली रामे उर्फ लच् छी 33 वर्ष शामिल है. इनके पास से पुलिस ने अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किये हैं जिसमें एक एके-47 रायफल, एक थ्री नॉट थ्री गन व एक रिवाल्वर पुलिस को मिली है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार नवगठित खैरागढ़ जिला मुख्यालय से तकरीबन 59 किमी दूर मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में स्थित कंंदाला के जंगलों में खरारी नामक इलाके के पास नक्सलियों का सामना पुलिस फोर्स से हुआ.
नक्सली तकरीबन 20 की संख्या में थे और पुलिस को देखकर अंधाधुंध फायरिंग करने लगे. पहले से चौकस पुलिस के जवानों ने सूझबूझ व अदम्य साहस का परिचय देते हुये तीन कुख्यात नक्सलियों को मार गिराने में सफलता प्राप्त की और उनके कब्जे से हथियार भी बरामद किये हैं. गौरतलब है कि नक्सलियों का दर्रेकसा माओवादी नक्सली संगठन का दर्रेकसा दलम छत्तीसगढ़ सहित मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में सक्रिय है और यह दल लगातार नक्सली वारदातों को अंजाम देता रहता है.
मृत नक्सलियों में दर्रेकसा दलम का कमांडर नागेश उर्फ राजू तुलावी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले का रहने वाला है वहीं मुठभेड़ में मृत मनोज छग के पश्चिम बस्तर का निवासी है तथा मृत महिला नक्सली भी छग के सुकमा जिले के जगरगुंडा की निवासी बताई जा रही है.
मुठभेड़ में तीन नक्सलियों की मौत हुई है तथा नक्सलियों के कब्जे से हथियार भी बरामद हुये हैं.
दुर्गेश अरमो, एसडीओपी लांजी मध्यप्रदेश