करेला भवानी मंदिर में आय-व्यय का हिसाब नहीं, चुनाव करवाने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. ग्राम पंचायत करेला में स्थापित माँ भवानी मंदिर में बीते 2007 से अब तक आय-व्यय का हिसाब नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने मंदिर संचालन के लिये सौंपे गये उत्तरदायित्व को हटाकर मंदिर के बेहतर संचालन के लिये चुनाव कराने की मांग की है. ग्राम के पवन जैन, हिरामन कोसरे, सती बाई, धनउ लाल, उभेराम, मूलचंद, होरीलाल, गंगूराम, रामजी, धनसाय, मनबोधी, अनिल व विजय वर्मा सहित अन्य ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बताया है कि भवानी मंदिर ग्राम पंचायत करेला के पुराना करेला में स्थित है जो छग शासन से लगभग 7-8 साल से पर्यटन स्थल में शामिल हैं. मां भवानी मंदिर भवानी सेवा समिति से संचालित है.
सन् 2006-07 के अध्यक्ष राजकुमार द्विवेदी एवं पदेन कार्यकारिणी का गांव वालों से विवाद होने के कारण 2007 में पदेन कार्यकारणी संचालन समिति के द्वारा अपना प्रभार कलेक्टर के आदेशानुसार तहसीलदार खैरागढ़ को सौंप दिया गया था जिसके पश्चात मंदिर के संचालन के लिये तहसीलदार द्वारा गांव के कुछ लोगों को उत्तरदायित्व सौपा गया जिसके बाद से लेकर आज पर्यन्त तक मंदिर से होने वाले आय तथा व्यय की जानकारी किसी को नहीं दी गई है. राशी किसके पास जमा है और उसका उपयोग किन कार्यों के लिये किया जा रहा है इसकी जानकारी भी किसी को नहीं है. आजीवन सदस्य को प्रति वर्ष कितनी ज्योति प्रज्जवलित हो चुकी है इस संबंध में भी कोई अधिकृत जानकारी नहीं है. मंदिर से होने वाले आय की राशि जिसे बैंक में जमा किया जाता है उसकी जानकारी भी किसी को नहीं दी गई है. मंदिर का बिजली बिल लगभग 5-6 लाख रूपये हो चुका है जिसका भी भुगतान नहीं किया गया है ऐसे में इन रूपयों का उपयोग किन कार्यों में किया जा रहा है यह जानकारी होना जरूरी है. ग्रामीणों ने मांग की है कि मंदिर व्यवस्था के संचालका के उत्तरदायित्व को समाप्त कर मंदिर ट्रस्ट का चुनाव कराया जाना चाहिये जिससे मंदिर में आय-व्यय की जानकारी में पारदर्शिता बनी रहे.