ऑनलाइन ठगी का भंडाफोड़: केसीजी पुलिस ने ‘शिवा बुक ऑनलाइन सट्टा’ गिरोह का किया पर्दाफाश, 20 करोड़ से अधिक की ठगी का खुलासा

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. जिले पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुये अंतरराज्यीय ऑनलाइन सट्टा गिरोह शिवा बुक ऑनलाइन सट्टा’ का भंडाफोड़ किया है। पुलिस अधीक्षक लक्ष्य विनोद शर्मा के निर्देश पर गठित साइबर सेल और पुलिस की विशेष टीम ने छापा मारकर गिरोह के छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 20 करोड़ रुपये से अधिक की ऑनलाइन सट्टा लेनदेन से जुड़ी जानकारी मिली है।
देश के विभिन्न राज्यों में सट्टा नेटवर्क था संचालित

गिरोह द्वारा देश के विभिन्न राज्यों में सट्टा नेटवर्क संचालित किया जा रहा था। टीम ने डोंगरगढ़, दुर्ग, रायपुर व अन्य स्थानों से दबिश देकर इस गिरोह को पकड़ा। आरोपियों के पास से नगद 5 लाख रुपये, बैंक खातों में जमा 2.28 करोड़ रुपये, 25 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 26 एटीएम कार्ड, 19 विभिन्न बैंकों के पासबुक, 14 चेकबुक, 4 पेन ड्राइव, वाई-फाई राउटर, आधार कार्ड, पासपोर्ट, सिम कार्ड और हिसाब-किताब के रजिस्टर जब्त किए गए हैं। कुल जब्ती की अनुमानित राशि 7.5 लाख रुपये है।
ये है गिरोह के मास्टर माइंड गिरफ्तार आरोपी
1.क्षत्रपाल पटेल पिता घनश्याम 21 वर्ष ग्राम पलान्दूर थाना डोंगरगढ़ जिला राजनांदगांव 2. निंकुंज पन्ना पिता निर्जा 24 वर्ष थाना किलकिला थाना बगीचा जिला जशपुर, 3 समीर बड़ा पिता रोशन 22 वर्ष थाना किलकिला थाना बगीचा जिला जशपुर 4.धनंजय सिंह पिता रामपाल 34 वर्ष चिंगरीपारा थाना सुपेला, जिला दुर्ग, 5. चंद्रशेखर अहिरवार पिता किशोरीलाल 33 वर्ष शंकर नगर थाना सुपेला जिला दुर्ग, 6 डूमेश श्रीवास पिता राकेश (21 वर्ष), शारदा विद्यालय के पास थाना सुपेला, जिला दुर्ग
पुलिस ने तकनीकी मदद से ऐसा किया अपराधियों का ऑपरेशन
शिवा बुक नामक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग सट्टा खेलने और खिलवाने के लिए किया जा रहा था। गिरोह के सदस्य फर्जी आईडी के माध्यम से वेबसाइट और मोबाइल एप पर अकाउंट बनाकर लोगों से सट्टा लगवाते थे। भारी लेन-देन होने की वजह से गिरोह की गतिविधियों पर साइबर सेल की नजर गई और जांच में इसका बड़ा नेटवर्क सामने आया।
पुलिस की सतर्कता और तकनीकी विश्लेषण से मिली सफलता
साइबर सेल प्रभारी द्वारा मोबाइल लोकेशन, डिजिटल लेनदेन और एप्लिकेशन आधारित विश्लेषण के आधार पर ठोस सबूत जुटाए गये। इसके आधार पर छापेमारी कर आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ा गया। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है अन्य सहयोगियों की तलाश भी की जा रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। यह कार्रवाई ऑनलाइन ठगी और सट्टेबाजी के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।