ईडी जैसी संवैधानिक संस्था का दुरुपयोग भाजपा सरकार का चरित्र- शाहिद भाई

53507 समंस 2616 छापे में सिर्फ 266 गिरफ्तारी से ईडी की कार्यप्रणाली संदेहास्पद
सत्यमेव न्यूज़. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री शाहिद भाई ने छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्यवाही पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के समय ईडी की कार्यवाही केंद्र की भाजपा सरकार के एक साजिश का परिणाम है और कांग्रेस के जिन नेताओं के घर छापेमारी की गई वहां ईडी को क्या मिले इस मामले में डी ई कुछ बोलने की स्थिति में नहीं है और भाजपा के नेता ईडी को मुखौटा बना कर बयान बाजी कर रहे है इससे यह साबित होता है कि ईडी की कार्यवाही पूर्णतः राजनीति प्रेरित है. शाहिद भाई ने बताया कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बैठी है तब से ईडी जैसे संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग प्रारंभ हुआ है. वह लोकतंत्र के लिए घातक है क्योंकि जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी तो आर्थिक अपराध पर अंकुश लगाने के लिए ईडी को अधिकार संपन्न बनाया गया था और वर्ष 2004 से 14 तक ईडी ने 112 मामले पर कार्यवाही की थी 2014 के बाद से केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद अब तक के दर्ज मामलों में सिर्फ और सिर्फ विपक्षी नेताओं को निशाने पर लेकर या तो उन्हें पार्टी छोड़ने को विवश किया गया और जब वे भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो उनके खिलाफ ईडी की कार्यवाही या तो समाप्त कर दी जाती है या धीमी कर दी जाती है. केंद्र की भाजपा सरकार जिस प्रकार से ईडी का दुरुपयोग कर रही है वह उचित नहीं है. वर्ष 2000 16 से वर्ष 2022 तक ईडी ने 53708 समंस जारी कर 2616 छापेमारी कर मात्र 266 लोगों को गिरफ्तार कर पाई. इस प्रकार से इस आंकड़े से साफ झलकता है कि ईडी की कार्यवाही पूरी तरह से संदेहास्पद है. मात्र ईडी को अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए उपयोग कर इस संवैधानिक संस्था की विश्वसनीयता आम जनता के बीच जहां समाप्त हो रही है वही यह प्रतिशोध की भावना से उपयोग के रूप काम करने वाली संस्था के रूप में चर्चित हो चुकी है.