7.39 लाख की लागत से पांडुका में बनाया गया नाम मात्र का गौठान

मवेशियों के चारा-पानी के लिये नहीं बनाई गई व्यवस्था

वर्मी कम्पोस्ट खाद के लिये बनाया गया टीन का शेड

मवेशियों की सुरक्षा को लेकर भी कोई इंतजाम नहीं

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. खैरागढ़ विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पांडुका में 7.39 लाख रूपये की लागत से नाम मात्र का गौठान बनाया गया है. ग्राम पंचायत द्वारा भारी-भरकम लागत से बनाये गये इस गौठान में न ही मवेशियों के चारा-पानी के लिये कोई सुविधा दी गई है और न ही मवेशियों की सुरक्षा को लेकर कोई विशेष इंतजाम किया गया है. गौठान में बनाये गये टीन शेड के नीचे टंकी बनाकर वहां वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया जा रहा है लेकिन मवेशियों को तेज धूप व बारिश से बचाने शेड का निर्माण नहीं किया गया है, ऐसे में मवेशी कैसे सुरक्षित रह पायेंगे.

ग्राम सरपंच से मिली जानकारी अनुसार 7.39 लाख रूपये की लागत से गौठान का निर्माण किया गया है जहां मवेशियों के लिये बोर खनन किया गया था लेकिन लापरवाही के चलते बोर का मशीन नीचे गिर गया जिसके चलते अब गौठान में पानी की समस्या बनी हुई है. आगामी समय में प्रस्ताव पारित कर बोर खनन का कार्य कराया जायेगा जिसके बाद ही मवेशियों के लिये पानी की व्यवस्था हो पायेगी. इसके साथ ही मवेशियों के लिये यहां पर्याप्त मात्रा में चारा भी नहीं है, ऐसे में मवेशियों को यहां रखने पर उनके समक्ष चारे की भी समस्या बनी रहेगी.

अधूरी व्यवस्था के चलते गौठान में मवेशी नहीं

बता दे कि गांव से तकरीबन एक किमी की दूरी पर ग्राम पंचायत द्वारा गौठान का निर्माण किया गया है जहां आधी-अधूरी व्यवस्था के चलते गांव में विचरण करने वाले मवेशियों को गौठान में नहीं रखा जा रहा है. नाम मात्र के लिये थोड़ा बहुत पैरा रखा हुआ है लेकिन पानी बिल्कुल भी नहीं है. पानी के लिये बनाये गये टंकी में वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाया जा रहा है ऐसे में मवेशियों के लिये अलग से टंकी की व्यवस्था बनानी पड़ेगी. 7.39 रूपये की भारी लागत से लोहे का पोल लगाकर जाली तार से गौठान को घेर दिया गया है वहीं टीन शेड बनाकर उसके नीचे टंकी निर्माण किया गया है तथा मवेशियों के प्रवेश के लिये लोहे का दरवाजा लगाया गया है इसके अलावा गौठान में अन्य किसी भी प्रकार की सुविधाएं नहीं दी गई है. ऐसे में यह कहना अनुचित नहीं होगा कि ग्राम पंचायत द्वारा शासन की राशि का भरपूर मात्रा में दुरूपयोग किया गया है.

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