विश्वविद्यालय में कुलपति ने किया ध्वजारोहण

देश को विकसित बनाना हम सब की जिम्मेदारी- कुलपति
विद्यार्थियों ने दी राष्ट्रभक्ति गीतों की प्रस्तुति
सत्यमेव न्यूज/खैरागढ़. इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में कुलपति पद्मश्री डॉ.ममता (मोक्षदा) चंद्राकर ने मुख्य परिसर में ध्वजारोहण किया. गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुये उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत के संविधान निर्माण में छत्तीसगढ़ का अमूल्य योगदान रहा है. संविधान सभा में शामिल छत्तीसगढ़ के दिवंगत विभूतियों का स्मरण करते हुए कहा कि देश की स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे हो रहे होंगे, तब भारत को विकसित श्रेणी में स्थापित करना हम सबकी जिम्मेदारी होनी चाहिये. उन्होंने विद्यार्थियों और युवाओं से अपील की कि विकसित भारत @ 2047 के संदर्भ में अपने आइडियाज जरूर शेयर करें. कुलपति डॉ.चंद्राकर ने कहा कि इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति के तौर पर विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी सदैव उनकी प्राथमिकता में रहे हैं इसीलिए इस दौरान विद्यार्थी हित में अनेक व्यवस्थाएं शुरू की गई वहीं शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी से जुड़े विषयों पर भी कई सकारात्मक निर्णय लिए गये. आज प्रगति का जायजा लेने तथा उभरती हुई चुनौतियों की तरफ देखने का भी दिन है.
कुलपति डॉ.चंद्राकर ने कवि बंशीधर शुक्ल की पंक्ति ‘कदम-कदम बढ़ाए जा, खुशी के गीत गाए जा, ये जिंदगी है कौम की, तू कौम पे लुटाए जा..’ के साथ अपने संबोधन को समाप्त किया. इस दौरान प्रभारी कुलसचिव प्रो.डॉ.नीता गहरवार, अधिष्ठातागण प्रो.डॉ.नमन दत्त, प्रो.डॉ.राजन यादव, प्रो.डॉ.योगेंद्र चौबे, विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के रूप में प्रो.दत्त, संगतकार संघ के अध्यक्ष डॉ.शिवनारायण मोरे, गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रखर शरण सिंह एवं छात्र-छात्रा प्रतिनिधियों के द्वारा कुलपति महोदया का स्वागत का स्वागत किया गया. समारोह में संगीत संकाय के अधिष्ठाता प्रो.दत्त के निर्देशन में विद्यार्थियों ने राष्ट्रभक्तिपरक गीतों की प्रस्तुति दी. श्रेयस नेमाड़, भाग्यश्री पवनीकर, सौम्या पाठक, आयुषी राय श्रीवास्तव, रेखा साहू, नम्रता मानिकपुरी, निशिधा कुथे, ईशा अग्रवाल, स्नेहा मंडल, स्वाति शर्मा, पीताम्बर साहू, आशीष कुमार साहू, नीरज कुमार, रवि बैस, बहादुर चौकसे, एन. एस. राजन, सौरव गुप्ता, गिरीश टांडेकर, नेहरू दास महंत, रागेश्री दास चौधरी, इक्षेश सेठिया, रोहन मालवीय, अभिषेक डनसेना की टीम ने राष्ट्रभक्ति परक गीतों की भाव विभोर प्रस्तुति दी. खेलकूद, भाषण प्रतियोगिता, चित्रकला स्पर्धा, निबंध प्रतियोगिता, जिम आदि में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को कुलपति के हाथों पुरस्कृत किया गया. गणतंत्र दिवस अवसर पर विश्वविद्यालय के आर्ट गैलरी में जिला पुलिस (खैरागढ़-छुईखदान-गंडई) के सहयोग से भारतीय न्याय संहिता में हुए संशोधन पर आधारित चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन भी हुआ, जिसमें चित्रकला विभाग के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. हिंदी के विभाग प्रमुख तथा दृश्यकला संकाय के अधिष्ठाता प्रो.डॉ.राजन यादव ने कार्यक्रम किया. विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव व शिक्षाविद डॉ.दिलीप घोष, सुप्रसिद्ध फिल्म निर्माता और निर्देशक प्रेम चंद्राकर, असिस्टेंट रजिस्ट्रार राजेश कुमार गुप्ता, विजय सिंह, प्रो.डॉ.मृदुला शुक्ल, समस्त विभाग प्रमुख, प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, अतिथि शिक्षक, शोधार्थी, विद्यार्थी, अधिकारी-कर्मचारी समारोह में उपस्थित थे.