सुशासन दिवस के आमंत्रण पत्र में प्रोटोकॉल का उल्लंघन, कांग्रेसियों ने पालिका के सामने किया धरना प्रदर्शन

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. सुशासन दिवस के आमंत्रण कार्ड में प्रोटोकॉल के उल्लंघन को लेकर बिफरे कांग्रेसियों ने नगर पालिका के सामने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेसियों ने हल्लाबोल नारेबाजी की और सीएमओ को खरी खोटी भी सुनाई. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व.अटल बिहारी बाजपेयी की जयंती पर देश भर में सुशासन दिवस के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये. इसी तरह खैरागढ़ नगर पालिका परिषद में भी आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस विधायक यशोदा वर्मा को अतिथि नही बनाया गया वहीं भाजपा के पार्षद व नगर पालिका के नेता प्रतिपक्ष अजय जैन व सांसद प्रतिनिधि राकेश गुप्ता का नाम भी नहीं दिया गया जिससे वे भी नाराज रहे और इस बात की चर्चा नगर में खूब रही. कार्ड में वर्तमान पदाधिकारियों को छोड़कर पूर्व पदाधिकारियों को शामिल किया गया है जिसे लेकर पालिका में बवाल मचा रहा. विधायक का नाम नहीं होने से कांग्रेस पार्षदों ने पालिका के मुख्य द्वार पर बैठ कर सीएमओ प्रमोद शुक्ला के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कांग्रेसियों ने कहा कि पालिका प्रशासन द्वारा प्रोटोकॉल का पालन नही किया गया है, जान बूझकर विधायक का अपमान किया गया. सुशासन दिवस को लेकर जो आमंत्रण कार्ड प्रकाशित किया गया है उसमे विधायक का नाम ही नहीं है जबकि विधानसभा की निर्वाचित जनप्रतिनिधि है, इसके बावजूद उनका शामिल नहीं किया गया जो क्षेत्र की जनता का अपमान है. पालिका के सभागार में कार्यक्रम चलता रहा और कांग्रेसी नारेबाजी करते रहे. शहर अध्यक्ष भीखमचंद छाजेड़ ने सीएमओ को ज्ञापन सौंप चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह की गलती दोबारा नहीं होनी चाहिए नही तो ठीक नहीं होगा. कांग्रेस पार्टी के सभी पार्षद सहित जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ता इस तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नही करेंगे. कांग्रेस नेता मनराखन देवांगन ने कार्ड में विधायक का नाम नहीं होने पर विधायक की उपेक्षा करने की बात नहीं और उक्त कार्यक्रम की घोर निन्दा की. कांग्रेसियों के धरने के दौरान समारोह के मुख्य अतिथि विक्रांत सिंह अपने साथियों के साथ जब बाहर निकले तो कांग्रेसियों से उनका सामना हुआ, विक्रांत ने कांग्रेसियों के धरने का कारण पूछा. जानकारी मिलने पर विक्रांत ने कहा कि भूल हो गई होगी, और विक्रांत वहां से चले गए. इसके बाद भी कांग्रेसियों का धरना प्रदर्शन जारी रहा. दूसरी ओर विधायक यशोदा वर्मा ने कहा कि वह निर्वाचित विधायक है और वह नगर पालिका सीमा के अंतर्गत नगर के अमलीपारा में ही रहती है, पालिका प्रशासन को कम से कम मुझसे बात तो करनी थी यह न केवल मेरा बल्कि लोकतंत्र में जनता का भी घोर अपमान है. बता दे कि नगर पालिका खैरागढ़ में कांग्रेस सत्तारुढ है, और अध्यक्ष सहित उपाध्यक्ष व सभापति पद पर कांग्रेस के पार्षद यहाँ निर्वाचित है और सुशासन दिवस के कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र वर्मा व उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खान भी विरोध में शामिल नहीं हुए. इस दौरान ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष आकाशदीप सिंह, शहर अध्यक्ष भीखमचंद छाजेड़, पालिका उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खान, पूर्व एल्डरमैन मनराखन देवांगन, पार्षद शत्रुहन धृतलहरे, सुमित टांडिया, दीपक देवांगन, पुरुषोत्तम वर्मा, सुमन दयाराम पटेल, दिलीप लहरे, दिलीप राजपूत, राधे पटेल, पूरन सारथी भरत चंद्राकर, यतेंन्द्रजीत सिंह, समीर कुरैशी, राजा सोलंकी, नदीम मेमन, रूपेंद्र वर्मा, दयाराम पटेल सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे.

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