सलोनी उपजेल पहुंचकर कलेक्टर ने व्यवस्थाओं का लिया जायजा

जेल बैरक व पाकशाला में स्वच्छता रखने तथा कैदियों की नियमित स्वास्थ्य जाँच के दिये निर्देश

जल जीवन मिशन के तहत बन रहे पानी टंकी के अधूरे निर्माण पर अधिकारियों को लगाई फटकार

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. कलेक्टर गोपाल वर्मा ने जेल व्यवस्था के सुचारू संचालन को लेकर उपजेल सलोनी पहुंचे और जेल परिसर का निरीक्षण किया. इस दौरान अधीक्षक कक्ष, बैरक, पाकशाला एवं सीसीटीवी कैमरों की निगरानी आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया. कलेक्टर गोपाल वर्मा ने सलोनी उपजेल के निरीक्षण के दौरान उपजेल अधीक्षक को निर्देशित करते हुये कहा कि जेल बैरक और पाकशाला में स्वच्छता रखें, कैदियों की नियमित स्वास्थ्य जाँच कराये. सर्वप्रथम कलेक्टर द्वारा अधीक्षक कक्ष का निरीक्षण किया गया यहाँ स्टॉफ की उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया और कैदियों की जानकारी प्राप्त की. जेल उपअधीक्षक ने बताया कि सलौनी उपजेल में वर्तमान में 127 कैदी है, जिसमें 126 विचाराधीन कैदी एवं 1 सजा प्राप्त कैदी है. उपजेल सलौनी में 5 बैरक है जिसमें कलेक्टर द्वारा बैकर नंबर 3 एवं 4 का निरीक्षण किया गया. इस दौरान तीन बंदियों से उनके जुर्म और सजा को लेकर तथा जेल प्रबंधन के की व्यवस्था का फीडबैक लिया. जेल में कैदियों को मिलने वाली सुविधाओं का निरीक्षण किया और जेल प्रबंधन को सुधार करने आवश्यक निर्देश दिये. उपजेल सलोनी में कैदियों को मिलने वाली भोजन और सुविधाओं की जानकारी ली.

सहायक जेल अधीक्षक ने बताया गया कि कैदियों को प्रतिदिन सुबह 115 ग्राम नाश्ता दोपहर एवं शाम को 225 ग्राम का भोजन और दोनों समय चाय दिया जाता है. भोजन में रोटी, सब्जी, चांवल, दाल, अचार आदि शामिल है. निरीक्षण के दौरान कलेक्टर गोपाल वर्मा ने सीसीटीवी कैमरों की निगरानी व्यवस्था को परखा और जेल प्रहरियों से ड्यूटी चार्ट के बारे में जानकारी ली. उपस्थिति पंजी का अवलोकन करते हुये आवश्यक निर्देश दिये. योगेश कुमार बंसल ने बताया कि निरीक्षण के दौरान जेल में मिली कमियों और आवश्यक सुधार संसाधन के लिये वस्तुस्थिति की रिपोर्ट बनाई जायेगी जिससे सलोनी उपजेल में व्यवस्थाएं और बेहतर हो सके. कलेक्टर ने सलोनी उपजेल निरीक्षण के बाद जल जीवन मिशन के तहत बन रहे टंकी के अधूरे निर्माण को देखकर अधिकारियों को फटकार लगाई और शीघ्र पूर्ण करने निर्देश दिये. इस दौरान ग्राम पंचायत सलोनी पहुंचकर नल कनेक्शन एवं पानी टंकी की वस्तुस्थिति का जायजा लिया.

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