सफाई कर्मचारी को कार्यमुक्त करने के विरोध में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने कलेक्टर को सौपा ज्ञापन

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. केंद्रीय विद्यालय खैरागढ़ में सफाई कर्मचारी मुन्नी बाई को अचानक कार्यमुक्त किये जाने के विरोध में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने मोर्चा खोल दिया है। संगठन ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुये इस निर्णय को अन्यायपूर्ण और अमानवीय बताया है। मुन्नी बाई पिछले 12 वर्षों से केंद्रीय विद्यालय में सफाई कर्मचारी के रूप में कार्यरत थी उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना या स्पष्ट कारण बताये विद्यालय प्रबंधन द्वारा सेवा से मुक्त कर दिया गया। संगठन का कहना है कि इस कदम से एक गरीब महिला की रोजी-रोटी छिन गई है और यह उसके आत्मसम्मान व अधिकारों का खुला हनन है। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के पदाधिकारियों ने बताया कि मुन्नी बाई का यही एकमात्र आय का साधन था जिससे उनका परिवार चलता था उन्होंने दिनांक 30 अप्रैल 2025 को इस संबंध में प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है जिससे आक्रोश और बढ़ गया है। विद्यालय के प्राचार्य ने अपना पक्ष रखते हुये कहा है कि मुन्नी बाई को कई बार काम के लिये कहा गया परंतु वह बार-बार टालमटोल करती थीं और बहस पर उतारू हो जाती थी। उन्होंने स्वयं कहा कि जो करना है कर लो मैं काम नहीं करूंगी। कई शिक्षकों और अभिभावकों से भी लगातार शिकायतें मिल रही थीं जिसके चलते यह निर्णय लेना पड़ा। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और मुन्नी बाई को न्याय मिलता है या नहीं। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने चेतावनी दी है कि अगर मुन्नी बाई को न्याय नहीं मिला तो वे आगे आंदोलन जारी रखेंगे।

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