सत्यमेव न्यूज़ में खबर का असर शिकायत के बाद खैरागढ़ सरकारी शराब दुकान से निकले गए दो सेल्समैन

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. जिला मुख्यालय के सरकारी शराब दुकान में गड़बड़ी को लेकर हमारे लोकप्रिय समाचार पोर्टल सत्यमेव न्यूज़ में खबर प्रकाशन व शिकायत के बाद आबकारी विभाग ने मामले में कार्रवाई करते हुए दुकान में तैनात दो सेल्समैन को बाहर का रास्ता दिखाया है. जानकारी अनुसार मामले में शिकायत के बाद खैरागढ़ सरकारी शराब दुकान से दो सेल्समैन को काम से निकाल दिया गया हैं. बताया जा रहा हैं कि शिकायत के बाद जांच में दो सेल्समैन की लापरवाही सामने आयी थी. दोषी सेल्समेन मदिरा प्रेमी ग्राहकों से बदतमीजी करते थे और मदिरा लेने पहुँचने वाले ग्राहकों को बचत चिल्हर रूपये नहीं लौटाते थे. इसके बाद आबकारी विभाग ने उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में मामले की जांच कर कार्रवाई की है.

छत्तीसगढ़ शासन के नियमों व आदेश के बाद बीते वित्तीय वर्ष की पुरानी शराब को प्रिंट रेट से अधिक दाम पर बेचा जा रहा है. पाठकों को बता दे कि सत्यमेव न्यूज़ जनहित में प्रिंट रेट से अधिक दाम पर शराब बिक्री की खबर को प्रमुखता से 5 मई को प्रकाशित किया था. प्रिंट रेट से अधिक दाम पर शराब बिक्री को लेकर आबकारी विभाग के अधिकारियों ने सफाई दी है कि यह शासन स्तर पर ही नए आदेश व रेट तय होने के बाद हो रहा हैं. बताया जा रहा है कि प्रत्येक वित्तीय वर्ष में शासन मदिरा का नया रेट फिक्स करती है. छत्तीसगढ़ में सरकारी मदिरा दुकानों के संचालन के लिए सीएसएमसीएल एक निकाय की तरह काम करता है और मदिरा की बिक्री के बाद शासन को कर भी चुकाया जाता है. जानकारी दी गई है कि बीते वित्तीय वर्ष में निर्मित और बाकी रह गई शराब को नए वित्तीय वर्ष में तय दर के हिसाब से बेचा जा रहा है. मसलन अगर किसी शराब की बोतल की कीमत 880 रूपये प्रिंट दर्ज हैं तो भी मदिरा दुकान में उसे जब बिक्री के लिए स्कैन किया जाएगा तो उसकी वहीं कीमत मदिरालय में ली जाएगी जो शासन ने उसे शराब की बोतल के लिए तय किया हुआ है, तो हो सकता है कि वह शराब की बोतल मदिरा प्रेमियों को 1000 रूपये में बेची जाए. इन्हीं परिस्थितियों के कारण मदिरा प्रेमी बार-बार सरकारी शराब दुकान में भ्रष्टाचार की शिकायत कर रहे थे.

बीते वर्ष की शेष मदिरा को नियमानुसार ही विक्रय किया जा रहा हैं. पुरानी मदिरा में प्रिंट रेट अलग है लेकिन शासन के नियमों के अनुरूप ही तय किए दर के हिसाब से उसे बेचा जा रहा है.

तपन सोरी, सहायक जिला आबकारी अधिकारी केसीजी

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