श्री सीमेंट प्रोजेक्ट की जनसुनवाई टालने की मांग तेज

सत्यमेव न्यूज के लिए अनुराग शाँति तुरे की रिपोर्ट खैरागढ़। सण्डी लाईम स्टोन खनन क्षेत्र में प्रस्तावित श्री-सीमेंट कंपनी की जनसुनवाई को लेकर ग्रामीणों में उभरता विरोध अब प्रशासनिक स्तर पर भी गंभीर मुद्दा बन गया है। ग्रामीणों की आशंकाओं और बढ़ते जनाक्रोश को ध्यान में रखते हुए खैरागढ़ विधायक यशोदा नीलाम्बर वर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार 02 दिसंबर को कलेक्ट्रेट पहुँचकर कलेक्टर को विस्तृत ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में 11 दिसंबर को निर्धारित जनसुनवाई की तिथि आगे बढ़ाने का आग्रह किया गया है ताकि ग्रामीणों को अपनी चिंताओं, सुझावों और वास्तविक समस्याओं को रखने का उचित अवसर मिल सके। प्रतिनिधिमंडल ने यह भी मांग की कि खनन परियोजना से संबंधित गाइड लाइन जो फिलहाल अंग्रेज़ी में उपलब्ध है उसे ग्रामीणों की सुविधा के लिए हिंदी में अनुवादित कर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराया जाए।

प्रस्तावित परियोजना के अंतर्गत लगभग 404 हेक्टेयर भूमि में खनन की योजना है जिसकी उत्पादन क्षमता 3.34 मिलियन टन प्रतिवर्ष बताई जा रही है। इतने बड़े पैमाने की गतिविधि को देखते हुए ग्रामीणों में पर्यावरण प्रदूषण, भू-जल दोहन, कृषि भूमि को संभावित नुकसान और जीवन-स्तर पर पड़ने वाले प्रभावों को लेकर गहरी चिंता व्याप्त है। उनका कहना है कि कृषि कार्यों के चरम समय में जनसुनवाई आयोजित करना अव्यावहारिक और अनुचित है क्योंकि अधिकांश किसान खेतों में व्यस्त रहते हैं और समय पर अपनी आपत्तियाँ दर्ज नहीं करा पाएंगे।

विधायक यशोदा नीलाम्बर वर्मा ने कहा कि इस समय ग्रामीण क्षेत्र के किसान पूरी तरह कृषि कार्यों में लगे हुए हैं। ऐसे संवेदनशील समय में जनसुनवाई आयोजित करने से न केवल किसान अपनी बात रखने से वंचित होंगे बल्कि लगातार बढ़ रहे जनाक्रोश के बीच शांति-व्यवस्था बनाए रखना भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उन्होंने प्रशासन से जनहित को प्राथमिकता देते हुए तिथि स्थगित करने की मांग की है।

ग्रामीण प्रतिनिधियों ने बताया कि परियोजना के विरोध में गाँवों में लगातार बैठकें हो रही हैं जहाँ लोग खुलकर अपनी आशंकाएँ और आपत्तियाँ व्यक्त कर रहे हैं। उनका कहना है कि जनसुनवाई आमजन का लोकतांत्रिक अधिकार है जिसे ऐसे समय आयोजित किया जाना चाहिए जब हर नागरिक उपस्थित होकर अपनी बात रख सके। ज्ञापन सौंपने के दौरान खैरागढ़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता नीलाम्बर वर्मा, सण्डी सरपंच कैलास वर्मा, तिलक मानसिंह, रोशन, हरिराम, नारायण वर्मा, तीजराम, खेलाम यादव, भोजराम सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।

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