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पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने मुतेड़ा एनीकट में संभावना

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. जिला मुख्यालय खैरागढ़ से महज 4 किलो मीटर दूरी पर दुर्ग-जालबांधा मुख्य मार्ग पर स्थित आमनेर नदी में निर्मित ग्राम नवागांवकला में बनाये गये मुतेड़ा एनीकट पिकनिक स्पॉट के रूप में तब्दील होने लगा है जहां आसपास के अंचल के लोग छुट्टी के दिन पिकनिक मनाने के लिये आते हैं और एनीकट के सुंदर नजारें को देख वहीं आसपास के पेड़ के नीचे में पत्थर को चूल्हा बनाकर लकड़ी जलाकर ग्रामीण परिवेश अनुसार भोजन बनाते है। एनीकट व आसपास के प्राकृतिक नज़ारे को देखकर गुजारते है। लेकिन दूसरी ओर नेताओं व प्रशासन की अनदेखी के चलते यहां सुविधाओं की बहुत कमी है। बता दें कि मेन रोड से लगभग आधा किलोमोटर कच्ची सड़क जो एनीकट तक जाती हैं देखरेख और जीर्णोद्धार के अभाव में इसके परखच्चे उड़ गये हैं जिसे अभी तक न तो जल संसाधन विभाग द्वारा न ही प्रशासन द्वारा मरम्मत कराया गया है। ग्राम पंचायत मुतेड़ा नवागांव के सरपंच यतीस साहू ने बताया कि इस मार्ग में मुरुम तक नही डाला गया है वहीं एनीकट के समीप साफ सफाई नहीं होने से गंदगी पसरी है। ज्ञात हो कि जल संसाधन विभाग में सैकड़ो मजदूर जिले में काम करते हैं लेकिन मुतेड़ा एनीकट की दुर्दशा को सुधारने के लिये जल संसाधन विभाग द्वारा अभी तक किसी तरह का पहल नहीं किया गया है साथ ही खैरागढ़ जिला मुख्यालय से नजदीक होने के बावजूद मुतेड़ा एनीकट अपने जीर्णोद्धार सहित मूलभूत व्यवस्था के लिये अब भी तरस रहा है। गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा मुतेड़ा एनीकट की यदि सुध ली जाती है तो यह जगह पिकनिक स्पॉट से लेकर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकता है। मुतेड़ा एनीकट से पानी को डायवर्ट करके पक्की नहर के माध्यम से लगभग 20 किलो मीटर जिसमे जालबांधा क्षेत्र व केसीजी जिले के अंतिम छोर तक पानी सिंचाई व गर्मी में निस्तारण के लिए कई गांवों में पहुंचाया जाता है। मुतेड़ा एनीकट के लगभग 500 मीटर निचले भाग में मुतेड़ा उदवहन सिंचाई योजना के तहत लगे हुये लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम भी लगा हुआ है जिसमे 50-50 एचपी के तीन बड़े इलेक्ट्रिक मोटर भी लगे हुये है। वो भी लाचार सिस्टम के आगे दम तोड़ रहे है जिसमें कच्ची नहर होने के कारण सिर्फ कुछ स्थानों पर ही सिंचाई हो रही है वहीं अगर बात करे लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम की तो यह लगभग 20 सालों से स्थापित है लेकिन जल संसाधन विभाग की ओर से यहां भी यह सिस्टम अपेक्षित है और देखरेख के अभाव के चलते लिफ्ट मशीन का भवन सहित चौकीदार भवन अब जर्जर होने की कगार पर पहुंच गया है। उल्लेखनीय है कि यदि मुतेड़ा एनीकट में जिला प्रशासन व जल संसाधन विभाग की ओर से पर्यटकों के लिये सुविधा का विस्तार किया जाता है जिसमें गार्डन सहित छाँव के लिये शेड निर्माण व पीने की पानी सहित झूलों के साथ फाउंटेन की व्यवस्था हो जाये तो इस क्षेत्र के लिये यह बड़ी सौगात साबित हो सकती है साथ ही यहां आने-जाने वालों के लिये एक बहुत बढ़िया पिकनिक प्लेटफार्म की सौगात भी मिल सकती है।सरपंच यतीश साहू ने बताया कि स्टेट हाईवे से मुतेड़ा एनीकट का रास्ता काफी जर्जर हो गया है जिससे आवाजाही में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है साथ ही मुतेड़ा एनीकट में बारहमासी पानी रहने के कारण आसपास से काफी पर्यटक यहां के सुंदर नजारें को देखने आते है लेकिन सुविधा के अभाव में पर्यटक निराश होकर चले जाते हैं वही उपसरपंच धनेश वर्मा ने प्रशासन से मुतेड़ा एनीकट को पर्यटन स्थल के रूप में डेवलप करने मांग की है ताकि इस क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सके।

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