शिक्षक फेडरेशन ने किया युक्तियुक्तकरण का विरोध, कलेक्टर व डीईओ को ज्ञापन सौंप बताई समस्याएं
जिलाध्यक्ष रामलाल साहू ने युक्तियुक्तकरण से अध्ययन-अध्यापन में संभावी गुणवत्ता को लेकर जाहिर की चिंता
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. शासन के आदेशानुसार स्कूलों में शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण का छग सहायक समग्र शिक्षक फेडरेशन ने विरोध किया है। इस संबंध में शिक्षक फेडरेशन ने कलेक्टर व डीईओ को ज्ञापन सौंपकर इसकी समस्याओं से भी अवगत कराया है। फेडरेशन के जिलाध्यक्ष रामलाल साहू ने कहा कि प्राथमिक शाला में कक्षा पांच, विषय अट्ठारह, शिक्षक दो होंगे तो गुणवत्ता कैसे आएगी। नई शिक्षा नीति 2020 को भी इसी सत्र लागू किया गया है। नई सेटअप एक प्रधान पाठक व एक सहायक शिक्षक से हो पायेगा, ऊपर से नित नए अनुचित प्रयोगों को नवाचार के नाम से स्कूलों में थोपा जाता है। इसी तरह मतदाता सूची सर्वेक्षण, जाति प्रमाण पत्र, मध्यान्ह भोजन, साक्षरता, जनगणना, विभिन्न शिक्षा सप्ताह सहित आनलाइन ऑफलाइन जानकारी अपलोड गैर शिक्षकीय कार्य के चलते एक शिक्षक ज्यादातर अन्य कार्यों में व्यस्त रहते हैं। युक्तियुक्तकरण के नई सेटअप आदेश से शिक्षक समुदाय में घोर निराशा है। फेडरेशन ने कहा कि 2008 युक्तियुक्तकरण सेटअप के अनुसार 1$2 था अर्थात एक प्रधान पाठक और दो सहायक शिक्षक, जो सही था लेकिन अब 1$1 अर्थात एक प्रधान पाठक और एक सहायक शिक्षक रहेगा जो की अनुचित है। कहीं पर प्राथमिक स्कूल के साथ बालवाड़ी भी संचालित है जिसे मिलाकर छह कक्षाएं हो जायेगी ऐसे में कैसे इन दो शिक्षकों द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जायेगी और शिक्षको के साथ स्कूलों का भी युक्तियुक्तकरण होगा जिसमें ग्रामीण प्राथमिक शाला की दर्ज संख्या 10 एवं शहरी शाला की दर्ज संख्या 30 होने पर पास की दूसरी शाला में मर्ज किया जायेगा। एक ही अहाता के अंदर प्राथमिक, माध्यमिक होने पर दोनों एक हो जायेगा और हाई व हायर सेकेंडरी एक ही प्रांगण में होंने पर दोनों विलय होगा। अर्थात ऐसे लगभग हजारों स्कूल और हजारों प्रधान पाठक का पद प्रभावित होने का अनुमान है जिससे लगभग प्रधान पाठक के साथ शिक्षकीय पद हमेशा के लिए समाप्त हो जायेगा और सरकार को नई भर्ती भी नहीं करनी पड़ेगी। इस दौरान फेडरेशन के सदस्य शिवचरण वर्मा, संजूराम कंवर, प्रियंका कटरे, अनीता जंघेल, भुनेश्वरी लहरे, दोदेश्वर चंदेल, कोमल चंद कोठारी, हब्बू राम कंवर, भगवती प्रसाद सिन्हा, कौशल श्रीवास्तव, विक्की ठाकुर, खेमचंद साहू, मधुर, गांधी राम साहू, प्रद्युम्न कुर्रे, ताम्रध्वज, लेखराम वर्मा, कृष्णा वर्मा, कवल साहू, चंद्रमणि साहू, लोकनाथ देवांगन, रूपेश देशमुख, चंद्रकिरण ठाकुर, दिलीप वर्मा, राजेश लोधी, हेमंत साहू, युगल किशोर, रेशम बंजारे व देवेन्द्र यादव सहित शिक्षक उपस्थित रहे।