विश्वविद्यालय में विभिन्न विषयों पर शोध कार्य पूर्ण कर चुके शोधार्थियों का हुआ ओपन वाइवा

कुलपति की उपस्थिति में संपन्न हुई मौखिकी परीक्षा
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में विभिन्न विषयों पर अपना शोध कार्य पूर्ण कर चुके शोधार्थियों का ओपन वाइवा(मौखिकी परीक्षा) संपन्न हुआ। कुलपति सत्य नारायण राठौर व कुलसचिव प्रेम कुमार पटेल की उपस्थिति में दिनांक 28 एवं 29 मार्च को आयोजित ओपन वाइवा में सभी शोधार्थियों ने बेहतर तरीके से अपना वाइवा संपन्न किया। इस दौरान डाॅ.हरिओम हरि के निर्देशन में एम.एम.वी. कम्पनी द्वारा सन् 1960 से 1999 तक निर्गत सितार वादन की ध्वनि मुद्रिकाओं में तबला संगति का विश्लेषणात्मक अध्ययन (पंडित रविशंकर, उस्ताद अब्दुल हलीम जाफर, पंडित निखिल बनर्जी एवं उस्ताद विलायत खां के विशेष संदर्भ में) विषय पर शोध कार्य पूर्ण करने वाले अवनद्ध वाद्य विभाग के शोधार्थी सुब्रत कुमार पटेल प्रो.एम.एन.भाले के निर्देशन में इंपैक्ट ऑफ इंडियन क्लासिका तबला इन श्रीलंकन म्यूजिक एजुकेशन विषय पर शोध कार्य पूर्ण करने वाले अवनद्ध वाद्य विभाग के शोधार्थी दीलिपा धनंजय, प्रो.डाॅ.एम.सी. शर्मा के निर्देशन में कंट्रीब्यूशन ऑफ फिमेल पेंटर्स टू कंटेम्पररी मिथिला पेंटिंग विषय पर शोध कार्य पूर्ण करने वाली चित्रकला विभाग की शोधार्थी दीक्षा झा तथा प्रो.डाॅ.एम.सी. शर्मा के ही निर्देशन में भारतीय समकालीन चित्रकला में छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश का योगदान विषय पर शोध कार्य पूर्ण करने वाले चित्रकला विभाग के शोधार्थी अम्ब्रीश कुमार मिश्र, डाॅ.योगेन्द्र चौबे के निर्देशन में जन शिक्षण में लोक रंगमंच के महत्व का विश्लेषणात्मक अध्ययन विषय पर शोध कार्य पूर्ण करने वाले थियेटर विभाग के शोधार्थी श्रीधर पाण्डेय का ओपन वाइवा संपन्न हुआ। आगामी शिक्षा समिति की बैठक में अनुमोदन एवं शोध को इंफ़्लिबनेट वेबसाइट में अपलोड करने के बाद शोधार्थियों को उपाधि प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर बाह्य परीक्षक के अलावा प्रभारी शोध प्रो.मृदुला शुक्ल, अधिष्ठाता संगीत संकाय प्रो.नमन दत्त, प्रो.राजन यादव सहित अन्य प्राध्यापकगण व शोधार्थी-विद्यार्थीगण उपस्थित थे।