विश्वविद्यालय के प्रोफेसर का अश्लील वीडियो वायरल, एनएसयूआई ने धरना देकर की कार्यवाही की मांग

एनएसयूआई के छात्रों ने विवि के सामने किया प्रदर्शन

प्रोफेसर को निलंबित करने कुलपति को सौंपा ज्ञापन

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. इंंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के ओडिसी नृत्य के शिक्षक प्रो.सुशांत दास का अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिससे आक्रोशित होकर एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने प्रोफेसर के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने आंदोलन करते हुये कुलपति को ज्ञापन सौंपा है. एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष सुमित जैन की अगुवाई में छात्र नेताओं ने पहले विश्वविद्यालय के सामने जमकर प्रदर्शन किया और प्रो.सुशांत दास के विरूद्ध कार्यवाही करने की मांग करते रहे. प्रदर्शन पश्चात जिला अध्यक्ष सुमित जैन ने कुलपति के नाम ज्ञापन सौंपा जिसमें बताया है कि विश्वविद्यालय के ओडिसी नृत्य के शिक्षक सुशांत दास का अश्लील वीडियो व्हाट्सअप के माध्यम से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिससे विश्वविद्यालय की गरिमा प्रभावित हो रही है, उक्त प्रोफेसर का कृत्य शर्मनाक तथा घोर निंदनीय है ऐसे में प्रो.सुशांत दास पर कार्यवाही आवश्यक है. उन्होंने मांग की है कि उक्त प्रोफेसर के विरूद्ध शीघ्र कार्यवाही की जाये जिससे भविष्य में ऐसी गलतियां दोहराई न जाये. कार्यवाही नहीं होने की दशा में एनएसयूआई द्वारा उग्र प्रदर्शन किया जायेगा.

व्हाट्सअप में अश्लील वीडियो का शिकार हुये प्रोफेसर

सोशल मीडिया में वायरल हो रहे प्रो.सुशांत दास का एक लडक़ी के साथ अश्लील वीडियो प्रारंभिक जांच पड़ताल के बाद निजी बताया जा रहा है. मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच के लिये पुलिस प्रशासन को पत्र लिखा है. कहा जा रहा है कि सोशल मीडिया खासतौर पर व्हाट्सअप वीडियो कॉलिंग में फ्रॉड कर अश्लील वीडियो बनाने वाली कॉल गर्ल के साथ प्रोफेसर धोखे का शिकार हुये हैं. एनएसयूआई द्वारा मामले में कार्यवाही की मांग तथा विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा पुलिस जांच की दिशा में आगे बढऩे के बाद आने वाले दिनों में इस सच का खुलासा हो पायेगा कि प्रोफेसर का अश्लील वीडियो कितना सही है. बहरहाल हमने प्रो.सुशांत दास से भी संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने अपना पक्ष नहीं रखा.

एनएसयूआई द्वारा ज्ञापन देकर मामले में कार्यवाही की मांग की गई है, मामले को संज्ञान में लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन जांच की दिशा में आगे बढ़ रहा है. जांच के बाद ही कुछ कह पायेंगे.
विनोद डोंगरे, पीआरओ

मामले की जानकारी के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जांच के लिये पुलिस की मदद ली जा रही है, इस दिशा में विश्वविद्यालय कमेटी का भी गठन करेगी जिसके बाद ही कोई निर्णय हो पायेगा.
प्रो.आईडी तिवारी, कुलसचिव

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