गीत-संगीत, नाटक व चित्रकला प्रतियोगिता में 12 खिताब किये अपने नाम
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. रायपुर में आयोजित राज्य स्तरीय युवा महोत्सव के द्वितीय दिन जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई कलाकारों ने लगभग सभी विधाओं में जीत दर्ज करते हुये अपना दबदबा बनाये रखा. महोत्सव में जिले को 12 श्रेणियों में विजेता का खिताब मिल चुका है. लोकगीत, तबला, सुआ, करमा, हारमोनियम, नाटक, चित्रकला में प्रथम, खो-खो व लोकनृत्य में द्वितीय तथा बांसुरी व भरतनाट्यम में तृतीय स्थान प्राप्त किया है वहीं बस्तरिहा नृत्य में चतुर्थ स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रौशन किया है. कलाकारों द्वारा बेहतर प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुये केसीजी कलेक्टर डॉ.जगदीश कुमार सोनकर ने प्रसन्नता जताते हुये विजयी टीम व उनके प्रशिक्षकों को बधाई दी है. रायपुर में आयोजित महोत्सव में 15 से 40 आयु वर्ग में करमा नृत्य में दुर्ग, रायगढ़, सूरजपुर, कांकेर और बालोद जिले के कलाकारों ने पारम्परिक परिधानों से सज-धज कर मुख्य मंच पर अपनी मनमोहक प्रस्तुति दी वहीं 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में कोरबा, महासमुंद, जशपुर और खैरागढ़ के कलाकारों ने करमा नृत्य की प्रस्तुति दी जिसे दर्शकों ने खूब सराहा. युवा महोत्सव के विभिन्न विधाओं में खैरागढ़ के कलाकारों का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा जिसमें 15 से 40 आयु वर्ग में लोकनृत्य में द्वितीय स्थान, सुवा नृत्य में प्रथम स्थान, नाटक और चित्रकला में प्रथम स्थान, बांसुरी वादन में तीसरा स्थान रहा वहीं क्रीड़ा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुये खो खो की टीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया.
इन कलाकारों के प्रदर्शन ने खैरागढ़ को बनाया चैंपियन
राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने वालों में लोकगीत में हितेंद्र व साथी, एकांकी नाटक में तन्मय व साथी, सुआ में डिकेश्वरी व साथी, करमा में शिवचरण खुसरो व साथी, चित्रकला में रचना मरकाम, हारमोनियम में सागर मिश्र और तबला में राम भवसार रहे. इसी प्रकार द्वितीय स्थान पर लोकनृत्य में टेकराम व साथी, खो-खो में उमेश व साथी तथा तृतीय स्थान पर बांसुरी में मोतीलाल भिमटे और भरतनाट्यम में सम्राट चौधरी रही वहीं चतुर्थ स्थान पर बस्तरिहा नृत्य में प्रज्ञा व साथी ने खिताब अपने नाम किया. सफल प्रदर्शन में प्रतियोगिता के दौरान खेल नोडल कन्हैय्या पटेल, सहायक वैद्यनाथ वर्मा सहित सभी दल प्रभारी ताजूखान गोरी, जनकलाल साहू, प्रियंकेश कश्यप, निधि साहू, रोशनी रावटे व नादेश्वरी जोशी के द्वारा रणनीति बनाई गई.