सर्वोदय मल्टीट्रेड कंपनी का डायरेक्टर बन तरूण ने ठगी थी रकम
ढाई साल पहले खैरागढ़ थाने में धोखाधड़ी का मामला हुआ था दर्ज
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. रकम दुगुना करवाने के नाम पर निवेशकों से दो करोड़ रूपये की ठगी करने वाले आरोपी तरूण साहू को अंतत: खैरागढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन मामले में दोषी दो आरोपी अभी भी फरार हैं जिनकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है. बता दे कि सर्वोदय मल्टीट्रेड कंपनी लिमिटेड माइक्रो इन्वेस्टमेंट के मास्टर माइंड डायरेक्टर तरूण साहू ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर साल 2020 में 387 निवेशकों से 2 करोड़ 29 लाख 98 हजार 460 रूपये की धोखाधड़ी की थी. आरोपी की गिरफ्तारी पश्चात प्रेस कान्फ्रेंस के माध्यम से एसपी अंकिता शर्मा ने बताया कि सर्वोदय मल्टीट्रेड कंपनी लिमिटेड माइक्रो इन्वेस्टमेंट कंपनी के नाम से रकम दुगुना करने का लालच देकर आरडी एफडी एमआईएस में राशि जमा कराई गई थी. गिरफ्तारी के बाद आरोपी तरुण ने जुर्म स्वीकार करते हुये कुछ नई सम्पत्तियों का ब्यौरा दिया है जिसकी जांच की जा रही है. तरुण की निशानदेही पर अन्य आरोपियों की भी खोज जारी है. ज्ञात हो कि बीते 4 जुलाई 2020 को ईतवारी बाजार निवासी खिलावन चन्द्राकर ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अमलीपारा खैरागढ़ में सर्वोदय मल्टिट्रेड लिमिटेड के माइक्रो इन्वेस्टमेन्ट चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर तरूण साहू निवासी अर्जुनी थाना गुण्डरदेही जिला बालोद, राजकुमार साहू निवासी अमलीपारा खैरागढ़, छम्मन दास साहू निवासी अर्जुनी, कमलेश कोठले निवासी सोनेसरार खैरागढ़, सत्यपाल वर्मा ग्राम चिचा थाना बोरी जिला दुर्ग, रंजित सोनकर निवासी भरवेली माईन्स थाना बालाघाट मध्यप्रदेश, राजेन्द्र स्वसी पता बिरसामुण्डा चौक रांची झारखण्ड ने कार्यालय खोलकर लोगों से धोखाधड़ी कर चिटफण्ड कंपनी में मासिक रूपये 01 वर्ष से 04 वर्ष तक करने पर 05 प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक ब्याज फिक्स डिपॉजिट 05 वर्ष से 15 वर्ष तक में रकम दुगूना एवं कई गुना हो जाने का झांसा देकर रूपये ऐंठ लिये थे.
लाखों रूपये का फायदा दिलाने का झांसा देकर जमा कराई थी करोड़ों की रकम
कंपनी का संचालन कर रहे कुल 7 आरोपियों ने निवेशकों से लाखों रूपये का फायदा दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की रकम जमा कराई थी. आरोपियों ने एमआईएस स्कीम में एक मुस्त राशि जमा करने पर 01 लाख में 1300 रूपये हर माह ब्याज की राशि मिलना बताकर लोगों को अपने झांसे में लेकर लगभग 387 निवेशकों से लगभग 2 करोड़ 29 लाख 98 हजार 460 रूपये की राशि की धोखाधड़ी कर निवेशकों से जमा कराये थे. तत्कालीन अवधि में सबूत के आधार पर आरोपी राजकुमार साहू निवासी अमलीपारा खैरागढ़, छम्मन दास साहू निवासी अर्जुनी, कमलेश कोठले निवासी सोनेसरार खैरागढ़ व सत्यपाल वर्मा ग्राम चिचा थाना बोरी जिला दुर्ग को पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया गया था.
जिले की पहली एसपी बनने के बाद अंकिता शर्मा ने फिर शुरू की फरार आरोपियों की पतासाजी की कवायद
नवीन जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई की पहली एसपी बनने के बाद सुश्री अंकिता शर्मा ने चिटफंड मामले में फरार आरोपियों की पतासाजी की कवायद शुरू की. पहले चिटफंड के मास्टरमाइंड तरूण साहू की खोजबीन के लिये पुलिस जुगत लगाती रही लेकिन वह भेष बदलकर हमेशा पुलिस को चकमा देता रहा लेकिन इस बार एसपी अंकिता शर्मा की सूझबूझ से वह बच नहीं पाया. गौरतलब है कि एसपी अंकिता शर्मा मार्गदर्शन तथा एएसपी नेहा पाण्डेय व एसडीओपी लालचंद मोहले के निर्देशन में टीआई राजेश कुमार साहू के नेतृत्व में थाना खैरागढ़ एवं सायबर सेल की संयुक्त टीम द्वारा प्रकरण को गंभीरता से विवेचना में लिया गया. कंपनी के मुख्य आरोपी तरुण के मूल निवास व टेक्निकल आधारों पर अन्य जिलों में रेड कार्यवाही की गई जिसमें से सायबर एनालिसिस व मुखबिर सूचना के आधार पर एक परिचित के विवाह समारोह मोवा रायपुर में आरोपी तरूण को ढूंढ निकाला गया जिसे पुलिस की सिविल टीम द्वारा घेरा बंदी कर गिरफ्तार किया गया. अग्रिम निर्णय के लिये प्राधिकृत अधिकारी को भेजा जायेगा ताकि प्रकरण के प्रार्थियों को न्याय प्राप्त हो सकें. उक्त कार्यवाही में सायबर सेल प्रभारी टैलेश सिंह, सउनि विरेन्द्र चन्द्राकर, आरक्षक चन्द्रविजय सिंह व शिशुपाल साहू का महत्वपूर्ण योगदान रहा.