युवाओं को ड्रग तस्करी एवं दुरूपयोग के संबंध में दी गई जानकारी
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. अध्यक्ष विनय कुमार कश्यप जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव के निर्देशानुसार अध्यक्ष चंद्रकुमार कश्यप तालुक विधिक सेवा समिति खैरागढ़ और सचिव देवाशीष ठाकुर के मार्गदर्शन में शनिवार 9 जुलाई को अमलीडीह खुर्द में विशेष कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया जहां उपस्थित युवाओं को सर्वप्रथम 13 जुलाई को आयोजित होने वाले नेशनल लोक अदालत के संबंध में जानकारी दी गई. पैरालीगल वालेंटियर गोलू दास ने बताया कि लोक अदालत विवादों को समझौते के माध्यम से सुलझाने के लिये एक वैकल्पिक मंच है. सभी प्रकार के सिविल वाद तथा ऐसे अपराधों को छोडक़र जिनमें समझौता वर्जित है, सभी आपराधिक मामले भी लोक अदालतों द्वारा निपटाये जा सकते हैं. लोक अदालत के फैसलों के विरूद्ध किसी भी न्यायालय में अपील नहीं की जा सकती है.
आगे ड्रग तस्करी एवं दुरूपयोग के संबंध बताया गया कि नवयुवकों, किशोरों एवं बालकों में ड्रग तस्करी एवं दुरूपयोग की असाधरण बढ़ोतरी गंभीर व जटिल निहितार्थ सूचित करती है जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित करती है. इसकी रोकथाम राज् य के साथ-साथ समाज की सर्वोत्तम प्राथमिकता है. यह एक खुला राज है कि ड्रग-नशा ने निर्दोष बच्चों, नव बालकों, नवयुवकों एवं महिलाओं के ऊपर अपना भयानक शिकंजा कस लिया है. इसका खतरनाक फैलाव इससे प्रतीत होता है कि नशे की शुरुआत 9-10 वर्ष की किशोर आयु से हो जाती है. ड्रग दुरूपयोग के पीडि़तों के परिवारों को जागरूक करना, जिन परिवारों में बच् चों और अभिभावकों के बीच स्नेहमय संबंध शिथिल या खत्म हो जाते हैं अथवा जिनके अभिभावक या परिवारजन ड्रग, मादक पदार्थों का प्रयोग करते हैं सामान्यत: वे बच्चे ड्रग दुरूपयोग के पीडि़त बन जाते हैं. अत: नशा न खुद करना है न दूसरों को करने देना है.
इसमें ग्राम पंचायत के सभी प्रतिनिधिगण, ग्रामीणजन सभी को मिलकर इस नशा को समूल नाश करने के लिये पूर्ण रूप से संकल्पित होकर काम करने की जरूरत है. इसके लिये बच् चे, बड़े बुजुर्ग, महिलाये सबको जागरूक होने की जरूरत है. नशा ही एक ऐसी चीज है जिससे घर-परिवार, समाज, देश सब बर्बाद हो जाता है इसलिये नशे का नाश कर जिंदगी से नाता जोडऩा है.