मुख्य नगर पालिका अधिकारी पर फर्जी चेक काटकर राशि आहरण का आरोप

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. नगर पालिका परिषद् खैरागढ़ के सीएमओ पर फर्जी तरीके से चेक जारी कर राशि आहरण करने का आरोप लगाते हुये खैरागढ़ विधायक यशोदा वर्मा ने नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव को शिकायत पत्र लिखकर कार्यवाही करने मांग की है। पत्र में विधायक वर्मा ने बताया है कि नगर पालिका परिषद खैरागढ़ में वर्ष 2023 से मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद पर प्रमोद शुक्ला पदस्थ है, खैरागढ़ में पदस्थापना से ही उक्त अधिकारी व्दारा लगातार विभिन्न योजनाओ की राशि जो शासन से प्राप्त होती है उसमें फर्जी तरीके से टेण्डर कोटेशन एवं बिना जीएसटी, बिना पिन नम्बर के लाखो रूपये का भुगतान कर छत्तीसगढ़ शासन को आर्थिक रूप से हानि पहुंचाया गया है। भारत सरकार की स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत दीपावली के दो दिन पूर्व स्वच्छता श्रृंगार राशि के रूप में एक साथ 10 लाख रूपये का चेक संबंधित ठेकेदार को काटा गया है जिसमें लाखो रूपये का कमीशन पदस्थ अधिकारी व्दारा प्राप्त किया गया है। पिछले कई माह से प्रत्येक माह स्वच्छता श्रृंगार के नाम पर 1 लाख 81 हजार रूपये का ठेकेदार फर्म शोभा वेलफेयर भिलाई के नाम पर चेक काटा जा रहा है जबकि स्वच्छता श्रृंगार मे प्राप्त ठेकेदार फर्म शोभ वेलफेयर भिलाई का कोई भी सफाई कर्मचारी आज तक खैरागढ़ में नजर नहीं आया है और न ही कोई भी जनप्रतिनिधि अथवा आम नागरिक ने कभी उक्त ठेकेदार के कर्मचारी को सफाई करते नहीं देखे है। नगर पालिका क्षेत्र में 19 सार्वजनिक शौचालय है जहां नियमित साफ-सफाई नहीं हो रही है साथ ही कई शौचालयो में दरवाजे ही नहीं है। भरपूर रकम निकालने के बाद भी शौचालय में सीट एवं लाईट की व्यवस्था नहीं की गई है वहीं शौचालय की सफाई नगर पालिका के कर्मचारी ही कभी कभार करते है। भ्रष्टाचार को अंजाम देने यह भी आश्चर्यजनक है कि जब नगर पालिका व्दारा स्वच्छता श्रृंगार के नाम पर प्रत्येक माह लाखों रूपये का भुगतान किया जा रहा है तो सीएमओ व्दारा इसी माह पांच लाख रूपये का शौचालय कार्य के लिए टेण्डर जारी किया गया है। इस प्रकार से सीएमओ व्दारा शौचालय के नाम पर भी लाखो रूपये का चेक काटकर आहरण किया जा रहा है जो कि शासन और नगर पालिका अधिनियम के विपरीत है। विधायक ने आगे बताया कि सीएमओ व्दारा नगर पालिका में स्टेशनरी सामान खरीदने निविदा पत्र मंगाया गया था जिसमें फर्जी तरीके से जिन फर्मों का जीएसटी टीन नम्बर एवं पीन नम्बर नही है उनका कोटेशन उन फर्मों के संचालको को धोखा देकर लिया गया है और मात्र तीन लोगों का कोरम पूरा करने के लिए फर्जी तरीके से कोटेशन फार्म भरा गया है। कोटेशन फार्म मे टीन एवं पिन नम्बर का उल्लेख नहीं होने के बाद भी सीएमओ व्दारा भाजपा के जनप्रतिनिधियों के नाम पर तीन लाख रूपये से अधिक राशि का भुगतान कर दिया गया है। नगरीय प्रशासन सचिव से उक्त विषय में विधायक ने कहा है कि अगर जांच करायी जायेगी तो सारे तथ्य सामने आ जायेंगे। सीएमओ व्दारा विभिन्न योजनाओ के अन्तर्गत निर्माण कार्य मे मिलने वाली राशि पर भी फर्जी तरीके से टेण्डर प्रक्रिया अपनाकर फर्जीवाडा किया गया है। उसी प्रकार नगर पालिका में शासकीय राशि का लगातार दुरूपयोग किया जा रहा है तथा फर्जी तरीके से बिल प्रस्तुत कर किस्त में राशि का आहरण किया जाता रहा है जिससे शासन को लाखो रूपये का नुकसान हो रहा है। ऐसी परिस्थिति में नगर पालिका अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही किया जाना आवश्यक है।

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