मितानिनों की हड़ताल से जिले में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित, दो सूत्रीय मांगों पर अड़ा मितानिन संघ
उचित वेतन सहित दो सूत्रीय मांग को लेकर जिला मुख्यालय में किया प्रदर्शन
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. गांव-गांव में स्वास्थ्य सुविधाएं घरों तक पहुंचाने वाली मितानिन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं लेकिन उनकी मांगों पर किसी तरह की कोई सुनवाई नहीं हो रही है लिहाजा केसीजी जिले में प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ के बैनर तले 1100 मितानिनों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया है। मंगलवार को जिला मुख्यालय के अंबेडकर चौक में मितानिन संघ से जुड़ी मितानिनों ने सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक हुंकार भर अपनी आवाज बुलंद की और आंदोलन पर डटे रहे।
मितानिनों ने की है वेतन की मांग
मितानिन संघ की पदाधिकारी के मुताबिक उनकी दो सूत्रीय मांग है। सत्तारूढ़ बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया था कि सरकार में आने के बाद वह वादा पूरा करेगी लेकिन शासन ने अब तक अपना वादा पूरा नहीं किया है। मितानिनों ने कहा कि जब गांव में कोई डिलीवरी नहीं होती है तो मितानिनों को राशि नहीं मिलती है। ऐसे में इन्हें भी निश्चित वेतन दिया जाये ताकि आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके।
विभागीय संविलियन की रखी मांग
मितानिनों के मुताबिक उनके पदाधिकारी 21 साल से सेवा दे रहे हैं लेकिन अब तक उन्हें संविलियन से वंचित रखा गया है। लंबा अनुभव होने के बाद भी कम प्रोत्साहन राशि और क्षतिपूर्ति बेस से काम लिया जा रहा है। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं करते तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। आपको बता दें कि प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ ने सड़क पर उतरकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है जिसके कारण जिले की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। मितानिनों के काम बंद-कलम बंद हड़ताल के कारण जिले में टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, टीबी, कुष्ठ, गर्भवती एवं नवजात की देखभाल, स्वास्थ्य सर्वे जैसे कार्य प्रभावित हो रहे हैं।