मारूटोला में आंचलिक कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन

अंचल के कवियों ने किया काव्यपाठ
खैरागढ़. ग्राम मारूटोला कला में ग्रामवासियों के तत्वाधान में आंचलिक कवि सम्मेलन का आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम में अंचल के कवियों ने काव्यपाठ किया। सर्वप्रथम सरपंच सहित उपसरपंच, पंचगण तथा गांव के वरिष्ठ नागरिकों द्वारा अतिथि साहित्यकारों का बैच व गुलाल अभिषेक कर स्वागत किया गया तत्पश्चात काव्यपाठ प्रारम्भ हुआ। सर्वप्रथम इरईकला निवासी कवि शिवप्रसाद साहू ने सरकार की नीतियों और नारियों की महिमा पर रचित काव्यपाठ किया। खैरागढ़ की कवयित्री डॉ.पद्मा साहू पर्वणी ने एक दिन के भक्ति जगाय ले नई बने कोनो हनुमान और राम नाम की महिमा पर अपनी भक्तिमय प्रस्तुति दी। ग्राम खमतराई के नवोदित कवि महदीप जंघेल ने समाज के सभी वर्गाें में मोबाइल के उपयोग से दुष्प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं भ्रष्टाचारियों पर कुठाराघात कर अपनी हास्य व्यंग्य कविता पाठ किया। आमगांव के हास्य कवि गुनीराम बादल ने अपने शिव पार्वती के बिहाव और अन्य हास्य कविताओं से श्रोताओं को हंसाया। भरदाकला निवासी कवि दुजराम साहू अनन्य ने का जमाना आगे रे भैया व 10 पैसा के पिपरमेंट कविता पढ़कर बचपन का याद दिलाया। छुईखदान के व्यंग्यकार रवि यादव झोंका ने व्यंग्य कविता लइका बिगड़ गे का पाठ किया। मैन्हर के गीतकार धर्मेंद्र जंघेल ने सुमधुर देवार गीत और बांस गीत के माध्यम से कार्यक्रम में समा बांधा। भदेरा के व्यंग्यकार कवि राजकुमार मसखरे ने अपनी चुटीले अंदाज में तैं बने करे राम मोला चेन्दवा बनाये कविता पढ़कर श्रोताओं को ठहाके लगवाये। कवि धर्मेंद्र डहरवाल ने अपनी हास्य कविता के माध्यम से श्रोताओं को हंसाया। अंत में छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कवि लाला जगदलपुरी सम्मान से सम्मानित गंडई निवासी डॉ.पीसी लाल यादव ने फुलगे गोंदा फूल गीत प्रस्तुत किये जो समाज की बुराई पर प्रतिघात करने वाली कविता थी। कहाँ से जन्म लेती है? कविता कैसे-कैसे पर चर्चा करते हुए सभी नवोदित साहित्यकारों को एक नई दिशा देने का काम डॉ.पीसी लाल यादव ने किया। सभी नवोदित रचनाकार डॉ.यादव के सानिध्य में आगे बढ़ रहे हैं। इस कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार डॉ.सियाराम साहू ने किया वहीं सनत साहू ने साथ दिया। कार्यक्रम में डॉ.पदमा साहू पर्वणी अध्यक्ष राष्ट्रीय कवि संगम जिला इकाई खैरागढ़ ने बताया कि सभी कवि राष्ट्रीय कवि संगम इकाई से जुड़कर लोगों को साहित्य के प्रति प्रेम और उसकी महत्ता को वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समझाने का प्रयास अपनी-अपनी रचनाओं के माध्यम से कर रहे हैं।