महाविद्यालय में रैगिंग रोकथाम समिति का हुआ गठन

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. रानी रश्मिदेवी सिंह शासकीय महाविद्यालय में रैगिंग रोकथाम समिति का गठन किया गया. समिति के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ.डीके बेलेन्द्र सहित सिविल प्रशासन से तहसीलदार खैरागढ़, पुलिस प्रशासन से थाना प्रभारी खैरागढ़, मीडिया के प्रतिनिधि अनुराग शांति तुरे, भागवतशरण सिंह, चैतेन्द्र तिवारी, यतेन्द्रजीत सिंह, खिलेन्द्र नामदेव, प्रवीण नामदेव, नितिन भांडेकर, याहिया नियाजी, जिवेश शर्मा, नितेश जैन, निलेश यादव, दिनेश साहू, युवा गैर सरकारी प्रतिनिधि जितेन्द्र यादव, किशोर सोनी, विनोद वर्मा, मनोज चेलक, विमल बोरकर, हर्षवर्धन रामटेके, प्रदीप बोरकर, प्रशांत सहारे, संकाय प्रतिनिधि प्रो. जीएस भाटिया, प्रो.जितेन्द्र साखरे, छात्रसंघ प्रभारी जेके वैष्णव, प्रो.रोहित लाल देवांगन, प्रो.सुरेश आडवानी, वरिष्ठ विद्यार्थी सुनील वर्मा, उमा वर्मा, पूजा ठाकुर, मूलचंद वर्मा, प्रदीप वर्मा, नये विद्यार्थी अखिल नामदेव, रोशन सिंह ठाकुर, धनेश्वरी वर्मा, वंदना वर्मा, अमर दास कोसरे, पालक प्रतिनिधि नरेश वर्मा, दिलीप कोसरे, राजेश वर्मा, स्टाफ के सदस्य टीके वर्मा, गुलाबा डड़सेना, टुम्मन कोसले, उर्वशी मेश्राम के साथ ही अनुशासन एवं रैगिंग रोकथाम स्क्वाड प्रभारी अधिकारी जेके वैष्णव समिति के सदस्य रहेंगे.

रैगिंग रोकथाम कार्यशाला में प्राचार्य डॉ. डीके बेलेन्द्र ने महाविद्यालय में आज दिनांक तक एक भी रैगिंग प्रकरण नहीं होने की जानकारी देते हुये छात्र/छात्राओं को अनुशासित रूप से अध्ययन करने की बात कही. स्क्वाड प्रभारी जेके वैष्णव ने रैगिंग को मानव अधिकार का उल्लंघन बताते हुए कर्नाटक शिक्षा अधिनियम 1983 की परिभाषा को प्रस्तुत करते हुये रैगिंग के निर्देशात्मक स्वरूप को विस्तारपूर्वक बताया. प्रो.जीएस भाटिया, प्रो.जितेन्द्र साखरे व प्रो.सुरेश आडवानी ने अपने विचार प्रकट करते हुये छात्र/छात्राओं को प्रवेश आवेदन पत्र के समय रैगिंग में भाग नहीं लेने छात्र एवं पालक के हस्ताक्षर एवं निर्देशों का पालन करने कहा. इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्र/छात्राएं उपस्थित रहें.

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