मरीजों से खुलेआम लूट- घुमका के जनऔषधि केन्द्र में बिक रही ब्रांडेड दवाईयां, दुगुनी कीमत पर हो रही बिक्री
सरकारी चिकित्सकों के संरक्षण में ही बिक रही दवाईयां
कमीशनखोरी का चला रहा बड़ा खेल इसलिये कार्यवाही नहीं
सत्यमेव/न्यूज़ घुमका. घुमका स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में संचालित जनऔषधि केन्द्र में सस्ती जेनेरिक दवाईयों की जगह ब्रांडेड दवाईयां बिक रही है जिसके चलते मरीजों को दो से तीन गुना अधिक पैसा देकर दवाईयां खरीदना पड़ रहा है। मामले का खुलासा तब हुआ जब शिकायत के बाद हमारे प्रतिनिधि वहां दवाई लेने पहुंचे और मामले में पूरी सच्चाई जानने स्टींग किया। स्टींग में इस बात की पुष्टि हुई कि घुमका के जनऔषधि केन्द्र में जितनी भी दवाईयां बिक रही है उसमें नियमानुसार केवल जेनेरिक दवाईयों की बिक्री को धता बताकर केवल रूपये कमाने की नियत से सभी ब्रांडेड दवाईयां मरीजों को बेची जा रही है जिसे बेचने का अधिकार जनऔषधि केन्द्र के संचालक को नहीं है। ज्ञात हो कि केन्द्र सरकार के द्वारा आम नागरिकों को
राहत पहुंचाने सरकारी अस्पतालों में पीएम जनऔषधि केन्द्र का संचालन किया जा रहा है जहां सस्ते दाम पर जेनेरिक दवाईयां लोगों को उपलब्ध हो सके परंतु चिकित्सा अधिकारियों के संरक्षण में अधिकतर जनऔषधि केन्द्रों में ब्रांडेड दवाईयां बिक रही है। घुमका स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भी इसी तरह का मामला देखने को मिला है जिसकी पुष्टि हमारे प्रतिनिधियों द्वारा की गई है। जनऔषधि के संचालक द्वारा ब्रांडेड दवाईयां देने की वीडियो भी बनाई गई जिसके बाद हमारे प्रतिनिधि वहां के बीएमओ नंदकिशोर टंडन से मिले जहां उन्होंने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि मैं अभी-अभी बीएमओ पद पर बैठा हूं और मुझे इसकी जानकारी नहीं है। परंतु पूरे मामले में यक्ष प्रश्न यह है कि बीएमओ पद में जाने से पहले भी नंदकिशोर उसी अस्पताल में कार्यरत थे ऐसे में उन्हें यह जानकारी न हो ऐसा संभव प्रतीत नहीं होता है।
बीएमओ ने दिया कार्यवाही का आश्वासन पर अब तक नहीं हुई कोई कार्यवाही
पूरे मामले में बीएमओ ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया लेकिन अस्पताल प्रशासन के संरक्षण के कारण ही अब तक कोई ठोस कार्यवाही मामले में नहीं हो पायी है। बता दे कि हमारे प्रतिनिधियों द्वारा उक्त मामले की पूरी जानकारी बीएमओ नंदकिशोर टंडन को दी गई जिसके बाद बीएमओ ने पत्र जारी कर जनऔषधि केन्द्र में ब्रांडेड दवाईयां नहीं बेचने संचालक को निर्देश देने की बात कही थी परंतु अभी भी जनऔषधि केन्द्र में ब्रांडेड दवाईयों की बेधड़क बिक्री हो रही है। ऐसे में केन्द्र सरकार की इस योजना का चिकित्सकों द्वारा भरपूर फायदा उठाया जा रहा है और आम नागरिकों को महंगी दवाईयां बेचकर कमीशन की आड़ में मोटी रकम वसूल रहे हैं। हमारे प्रतिनिधि द्वारा जनऔषधि केन्द्र के संचालक टेकराम साहू से इस मामले में पूछे जाने पर उसने बताया कि जिस एजेंसी से वे दवाईयां लेते हैं वहां से पर्याप्त मात्रा में दवाईयां नहीं मिल पाती जिसके कारण उसे ब्रांडेड दवाईयां बेचनी पड़ती है। इससे साफ पता चलता है कि चिकित्सा अधिकारियों के संरक्षण में उक्त जनऔषधि केन्द्र का संचालन हो रहा है। अब आने वाले समय में देखना होगा कि क्या इस पर अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही की जायेगी या केन्द्र सरकार की इस योजना के माध्यम से चिकित्सा अधिकारी अपनी जेब भरते रहेंगे।
मामले में कई बार हो चुकी है शिकायत पर इसका कोई असर नहीं
मामले को लेकर कुछ स्थानीय लोगों और निजी मेडिकल संचालकों से बात किये जाने पर बताया गया कि जनऔषधि केन्द्र में नियमों के विपरीत जेनेरिक दवाईयों की बिक्री को छोड़कर ब्रांडेड एलोपेथिक दवाईयों की बिक्री किये जाने की कई बार शिकायत की जा चुकी है परंतु अधिकारियों द्वारा जांच टीम बनाकर दिखावे के लिये जांच किया जाता है और मामला वहीं दबा दिया जाता है। शिकायत के कुछ दिनों बाद फिर जनऔषधि केन्द्र में ब्रांडेड दवाईयों की बिक्री शुरू कर दी जाती है। अधिकारियों के द्वारा ही इसे संरक्षण दिया जा रहा है ऐसे में यहां उपचार के लिये बतौर मरीज पहुंच रहे आम नागरिक की जेब पर सीधे तौर पर डाका डाला जा रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी पीएम जनऔषधि योजना घुमका क्षेत्र में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। अलबत्ता मरीजों को तो ठीक होने के लिये दवाईयां लेनी ही पड़ती है, दवाईयां चाहे महंगी मिले या सस्ती जान तो बचाना ही पड़ता है जिसका भरपूर फायदा घुमका सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ अधिकारियों द्वारा जनऔषधि केन्द्र के संचालक के साथ सांठगांठ कर उठाया जा रहा है।
मामले में जानकारी और शिकायत के बाद मैंने बीपीएम को तुरंत मौखिक आदेश दिया था कि जनऔषधि केन्द्र के संचालक को पत्र जारी कर जांच-कार्यवाही करे।
डॉ.नंदकिशोर टंडन, बीएमओ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घुमका
पत्र जारी करने जैसी कोई बात नहीं है, बीएमओ वहां स्वयं उपस्थित थे। जनऔषधि केन्द्र में कोई भी ब्रांडेड दवाईयां नहीं बिक रही है, छः माह पहले इसका संचालन दूसरे व्यक्ति द्वारा किया जा रहा था जिसके बाद दवाईयों को हटा दिया गया था।
चंद्रशेखर नागवंशी, बीपीएम सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घुमका