मनरेगा में रोजगार सहायिका भर रही थी फर्जी हाजिरी, ग्रामीणों ने की शिकायत

सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. रोजगार सहायिका मनरेगा कार्य में काम कर रहे ग्रामीणों के आलावा दूसरे लोगों की भी फर्जी तरीके से मजदूरी राशि का भुगतान कर रही थी. फर्जीवाडे की जानकारी के बाद ग्रामीण बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे जहां अपर कलेक्टर प्रेमकुमार पटेल को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप कर

रोजगार सहायका पर कार्यवाही की मांग करते हुये रोजगार सहायिका को तत्काल हटाने और मनरेगा में काम कर रहे मजदूरों को सही तरीके से मनरेगा भुगतान किये जाने की मांग की. बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे राहूद के ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत राहूद की रोजगार सहायिका उमेश्वरी वर्मा ने 9 लाख रुपये की लागत से हो रहे तालाब गहरीकरण कार्य में कई लोगों को फर्जी भुगतान किया है. ग्रामीणों ने बताया कि तालाब गहरीकरण कार्य में गांव के लगभग 150 ग्रामीण मज़दूरी कर रहे हैं. इसके मस्टररोल में 2 सौ से अधिक लोगों को भुगतान किया गया है. मनरेगा में काम करने वाले ग्रामीणों को सप्ताह भर की मजदूरी में कम राशि का भुगतान हो रहा है जबकि काम नहीं करने वाले कई लोगों को पूरा भुगतान किया जा रहा है. ग्रामीणों को मजदूरी में 5 दिन की राशि 500 रू और मेट कार्य करने वाले लोगों को 12 सौ रूपये का भुगतान रोजगार सहायिका द्वारा किया जा रहा है. ग्रामीणों ने आगे बताया कि जो गांव में नहीं है ऐसे लोगों की भी फर्जी हाजिरी लगाकर उनको मजदूरी भुगतान किया गया है. ग्रामीणों ने रोजगार सहायिका पर आरोप लगाते कहा कि कमीशन लेकर ऐसे लोगों को भी मस्टररोल में दर्ज कर भुगतान किया जा रहा है जो काम पर ही नहीं आ रहें हैं. रोजगार सहायिका ने जिन लोगों को कार्य में मेट बनाया है उनके परिवार के सदस्यों के खाते में भी बिना काम के मज़दूरी भुगतान जारी है. ग्रामीणों ने इसके दस्तावेज भी ज्ञापन के साथ प्रस्तुत करते रोजगार सहायिका को तत्काल पद से हटाने. काम करने वाले ग्रामीणों को मजदूरी का पूरा भुगतान करने फर्जी हाजिरी भर कर मजदूरी पाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की.

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