
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. मनरेगा कर्मचारियों ने अपने मांग को लेकर 3 दिवसीय ध्यानाकर्षण हड़ताल पर है। नरेगा कर्मचारियों ने बताया कि 19 साल सेवा के बाद भी कर्मचारियो को जॉब सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा, मेडिकल सुविधा, मृत्यु उपरांत सम्मान जैसी मानवाधिकार मूल्यों से अछूता रखा गया है जबकि राजस्थान मे पिछले साल 9 वर्ष पूर्ण कर चुके 4966 मनरेगा कर्मियो का नियमितीकरण किया गया था। इन मांगों को सरकार पर नहीं कर रही है जिससे मनरेगा कर्मचारियों के दिन ब दिन स्थिति दयनीय होती जा रही है। अपनी मांग को लेकर कर्मचारियों ने बताया कि वर्षों सेवा देने के बाद भी इन कर्मचारियों के लिए मानव संसाधन निधि नहीं बन पाई या यूं कहें पार्टियों के चुनावी वादे विपक्ष में रहते इनके मंचों तक ही सीमित रह गये। आलम तो यह है कि इन कर्मचारियों को विगत चार माह से वेतन भी नहीं दिया गया है। कर्मचारियों ने बताया कि हड़ताल के लिए जनपद जिलों में ज्ञापन सौंपा जा चुका है। बीते एक साल में मनरेगा कर्मचारी मानव संसाधन लागू कराने संघर्ष करते रहे। कमेटी भी बनी जिसे 15 दिवस में रिपोर्ट सौंपना था, किंतु प्रशासन की उदासीनता के चलते निर्णय नहीं हुआ। मनरेगा कर्मचारी से मनरेगा के कार्यो के अलावा कर्मचारियो पर पीएम आवास, पीएम जनमन, स्वच्छ भारत मिशन एवं अन्य विभागो के भी कार्य लिए जा रहे है। अपने मांगों को लेकर मनरेगा कर्मचारी 26 एवं 27 मार्च को जिले में कर्मचारी हड़ताल में रहेंगे एवं 27 मार्च को सभी जिलों मे रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन देंगे वहीं 28 मार्च को राज्य स्तरीय हड़ताल में शामिल होकर रैली के माध्यम से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नाम से
ज्ञापन सौंपेंगे।