भोपाल के भूगोल प्रायोगिक विषय पर आधारित प्रशिक्षण में शामिल हुये खैरागढ़ के व्याख्याता डॉ.कमलेश्वर सिंह
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद नई दिल्ली द्वारा क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान भोपाल में भूगोल प्रायोगिक विषय पर गतिविधियों पर आधारित दक्षता प्रशिक्षण 9 से 13 दिसम्बर तक आयोजित की गई जहां केसीजी जिले के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खैरागढ़ में पदस्थ व्याख्याता डॉ.कमलेश्वर सिंह शामिल हुये।
प्रशिक्षण में वेस्ट जोन के 5 राज्य यथा छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा व मध्यप्रदेश के 40 भूगोल के व्याख्याता सम्मिलित हुये थे। प्रशिक्षण के प्रथम दिवस डॉ.सेबु ने आईसीटी लैब में ऑनलाइन जियो स्पेशल टेक्नोलॉजी के माध्यम से अध्यापन करने का प्रशिक्षण दिया।
सागर विश्वविद्यालय के प्रो.डॉ.सतीश ने डाटा एकत्रित कर टेबल बनाना, जियोमेट्रिक, जियोग्राफिकल मानचित्र बनाने के विभिन्न प्रकार के मापन की रचना करना, मीटर सर्वेक्षण के लिये अपनाये जाने विधि का खुले मैदान में सजीवता के साथ प्रायोगिक कार्य करवाया। डॉ.हेमन्त पाटीदार सागर विवि ने मानचित्र प्रक्षेप तैयार करने की विधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। डॉ.दिनेश कुमार इटारसी महाविद्यालय ने सांख्यिकीय आंकड़ो के श्रोत, आंकड़ों का संग्रहण, वर्गीकरण, सारिणीयन, टेबल निर्माण कर रेखा चित्रों के माध्यम से अनुसंधान कार्य की विश्लेषण की विधि सिखाई। डॉ.चंद्र मोली अमरकंटक विश्वविद्यालय ने स्थलाकृतिक मानचित्र में प्रयुक्त रूढ़ चिन्हों की पहचान एवं प्रयोग करने, हवा की गति एवं दिशा को प्रदर्शित करने, विभिन्न मौसमी दशाओं को प्रदर्शन करने, निम्न दाब उच्च दाब, चक्रवात का निर्माण के कारण स्पष्ट किये। प्रशिक्षण प्रभारी एवं समनव्यक डॉ.अलका सिंह ने रीमोर्ट सेंसिग के बारे मे सूक्ष्मता से जानकारी दी। उन्होंने गूगल प्रो-अर्थ प्रो-साइट एप से भारत के विभिन्न स्थानों के मानचित्र को चिन्हाकित करते हुए विश्लेषित करने की विधि बताई। डॉ.चन्दर्केश मोर्य पीएचडी स्कॉलर ने अर्थ प्रो-एप से मानचित्रों को डॉऊनलोड करने की विधि बताई। प्रो.डॉ.शैलेंद्र सिंह चौहान ने दुर्बिन के माध्यम से सौर मंडल की संख्या को दिखाया। प्रशिक्षण के समापन में 5 राज्यों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने अनुभव रखे। प्रतिभागियों की ओर से बीए, बीएड अध्यनरत छात्रों एवं लेब सहायक श्री वर्मा के प्रति कृतज्ञता एवं आभार व्यक्त किया गया। प्रशिक्षण में छत्तीसगढ़ से डॉ.कमलेश्वर सिंह, तुलेंद्र एवं भावना पांडब, विकास वर्मा, राम सिंह पटेल, सहदेव बारले, महावीर चंद्रा, पुरन्दर पटेल सम्मिलित हुए। समापन में प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया। कार्यक्रम प्रभारी डॉ.अल्का सिंह ने सभी प्रतिभागियों एवं अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।